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चित्तौड़गढ़ जिले में बुधवार रात से लेकर गुरुवार तड़के तक कई हिस्सों में अच्छी बारिश देखने को मिली। बारिश का दौर देर रात तक जारी रहा, जिससे कुछ क्षेत्रों में मौसम सुहावना हो गया, तो कहीं लोगों को तेज उमस ने परेशान कर दिया। बारिश का सबसे ज्यादा असर बेगूं तहसील में देखने को मिला, जहां 60 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। यह जिले में सबसे ज्यादा रही। इसके अलावा अन्य स्थानों की बात करें तो बस्सी में 23 एमएम, भूपालसागर में 17, राशमी में 12, कपासन में 11, बड़ीसादड़ी में 10, चित्तौड़गढ़ शहर में 5, गंगरार में 3, रावतभाटा में 2, और निंबाहेड़ा में 1 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। चित्तौड़गढ़ शहर में कुछ इलाकों में तेज बारिश हुई। बारिश के बाद दोपहर का तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस तक घटा। बुधवार को अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम 24.5 डिग्री सेल्सियस था। इसका मतलब है कि अधिकतम तापमान में करीब 3 डिग्री की गिरावट आई है, लेकिन न्यूनतम तापमान एक डिग्री बढ़ गया। हालांकि, बारिश के बाद लोगों को ठंडक की उम्मीद थी, लेकिन इसके उलट मौसम उमस भरा हो गया। गर्मी और नमी के कारण लोग काफी परेशान दिखे। जगह-जगह लोग पसीना पोंछते नजर आए और खुले वातावरण में राहत की तलाश करते देखे गए। खासतौर पर दोपहर के बाद यह उमस और ज्यादा बढ़ गई। बारिश का असर जिले के बांधों और जलाशयों पर भी देखने को मिला। गंभीरी बांध क्षेत्र में 3 एमएम, बस्सी बांध में 23 एमएम, औराई में 14 एमएम, बड़गांव में 10 एमएम, भूपालसागर में 16 एमएम, कपासन में 7 एमएम, संदेसर में 15 एमएम, और मातृकुंडिया में 12 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इस पानी से इन बांधों में थोड़ा बहुत जलभराव हुआ है, लेकिन अभी तक ये पूरी तरह भरने की स्थिति में नहीं पहुंचे हैं। कुल मिलाकर, जिले के लिए यह बारिश थोड़ी राहत तो लेकर आई, लेकिन साथ ही उमस ने आमजन को परेशान कर दिया। लोगों को अब अगले कुछ दिनों में और बारिश की उम्मीद है ताकि मौसम में ठंडक बढ़े और राहत मिल सके। किसान वर्ग भी आसमान की ओर उम्मीद लगाए बैठा है कि अब अच्छी बारिश का दौर शुरू होगा जिससे खेती-बाड़ी का काम सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।

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