भास्कर न्यूज | भीलवाड़ा नगर परिषद भीलवाड़ा अब निगम निगम में क्रमोन्नत हो गई है। महापौर व आयुक्त के वित्तीय अधिकार बढ़ने व एसई व डीटीपी जैसे नए पद सृजित होने से शहर के विकास के काम और गति पकड़ेंगे। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक सुरेश कुमार ओला ने सोमवार को क्रमोन्नति आदेश जारी किए। गत 10 जुलाई को विधानसभा में निगम में क्रमोन्नत करने की घोषणा हुई थी। नगर निगम की घोषणा होते ही सभापति का पद महापौर में बदल गया। वित्तीय अधिकार भी 50 लाख से बढ़कर 2 करोड़ रुपए हो गए। निगम में अब आयुक्त के तौर पर आईएएस या सीनियर आरएएस अधिकारी की नियुक्ति होगी। आयुक्त के वित्तीय अधिकार भी पहले 2 लाख रुपए तक थे, जो अब 20 लाख रुपए हो गए। नगर निगम में अब उपायुक्त भी लगेंगे। ये आरएएस व आरएमएस स्तर के अधिकारी होंगे। एक्सईएन के भी पद बढ़ जाएंगे। मौजूदा स्टाफ की संख्या भी बढ़ेगी। अतिक्रमण हटाने के लिए अब पुलिस फोर्स की मदद लेने की आवश्यकता नहीं होगी। अब निगम के खुद के जवान होंगे। नगर निगम में बदलते ही नगर परिषद की सूरत भी मंगलवार से बदलने लग जाएगी। सभापति के चैंबर के बाहर अब महापौर लिखा जाएगा। नगर निगम बनने के बाद अब नगर परिषद सभापति राकेश पाठक नगर निगम के पहले महापौर बन गए हैं। उपसभापति राम लाल योगी उप महापौर होंगे। इसी प्रकार, परिषद आयुक्त हेमाराम चौधरी पहले आयुक्त कहलाएंगे। 1. जनसंख्या – 5 लाख या अधिक या संभाग मुख्यालय… नगर परिषद की स्थिति- सांख्यिकी विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष-2011 की जनगणना 3 लाख 59 हजार 483 थीं। वर्ष-2011 से 2024 तक 2.83 प्रतिशत हर साल बढ़ोतरी दर से वर्ष-2024 की अनुमानित जनसंख्या 5 लाख 1 हजार 654 हैं। 2. जनसंख्या घनत्व- 1000 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी या अधिक… नगर परिषद की स्थिति- जनगणना वर्ष-2011 के अनुसार भीलवाड़ा का जनसंख्या घनत्व 4,234 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर हैं। 3. राजस्व प्राप्ति के स्त्रोत व प्रति व्यक्ति आय… नगरीय विकास कर, होर्डिंग्स विज्ञापन शुल्क, भूमि विकय, सामुदायिक भवन, टॉउन हॉल, चित्रकूट धाम से किराया, ट्रीटेड वेस्ट वाटर से प्राप्त आय, नामान्तरण, भू-उपयोग परिवर्तन, मानचित्र स्वीकृति, फायर अनुज्ञा शुल्क, चुंगी की एवज में प्राप्त राशि से परिषद को लगभग 101.64 करोड़ रुपए निजी आय होती है। नगर परिषद क्षेत्र में प्रति व्यक्ति आय 2026.13 रुपए हैं। 4. कृषि से अलग क्रियाकलापों में नियोजन का प्रतिशत- 50% या अधिक शहर में कृषि से अलग क्रिया कलापों में नियोजन का प्रतिशत 98.63 प्रतिशत है।