उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में पांच दिन पहले हुए बस हादसे के बाद लापता 6 जनों को कोई सुराग नहीं लगा है। दो दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। दो दिन पहले मिले गोगुंदा हाल सूरत (गुजरात) निवासी ललित सोनी का शव मंगलवार को गोगुंदा लाया गया। चार दिन तक पानी में रहने से यह गल चुका था। इसलिए बॉक्स नहीं खोला गया। दोपहर बाद अंतिम यात्रा निकाली गई। रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने अंतिम विदाई दी। इससे पहले पैतृक मकान पर श्रद्धांजलि दी गई। बस हादसे में शहर के शास्त्री सर्किल निवासी रवि भावसार (28), सुशीला सोनी (77), मूलत: गोगुंदा हाल सूरत (गुजरात) निवासी मयूरी (24), मौली (19) और गोगुंदा हाल गुजरात की चेष्टा (12) और महाराष्ट्र की कट्टा रंजना अशोक लापता हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर सर्विस सहित कई टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। इसके बाद भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी उफान पर है। ऐसे में शव ढूंढने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। उदयपुर से चारधाम की यात्रा पर निकले थे 19 यात्री गत 17 जून को 18 यात्री एक ट्यूर एजेंट के साथ हरिद्वार से चारधाम के लिए निकले थे। बस व ड्राइवर उत्तराखंड से लिए। गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पूरी कर 24 जून को केदारनाथ पहुंचे थे। 25 जून को वापस आकर रुद्रप्रयाग में रुके थे। 26 जून सुबह 7 बजे वे रुद्रप्रयाग से बद्रीनाथ के लिए रवाना हुए थे। सुबह 8 बजे घोलतीर मार्ग पर मिनी बस को ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। बस बेकाबू होकर अलकनंदा नदी में गिर गई। पहले दिन ड्रीमी, विशाल सोनी और उनकी पत्नी गौरी के शव मिल गए। दूसरे दिन अधिवक्ता संजय सोनी, तीसरे दिन इनकी प|ी चेतना और चौथे दिन ललित सोनी का शव मिला था। हादसे में बस का ड्राइवर भी घायल हुआ है। टूर ऑपरेटर रवि-चेष्टा-मयूरी-मौली-सुशीला की तलाश शास्त्री सर्किल निवासी रवि भावसार (28), सुशीला सोनी (77) और मूलत: गोगुंदा हाल सूरत (गुजरात) निवासी मयूरी (24), मौली (19) और गोगुंदा हाल गुजरात की चेष्टा (12)। इनके अलावा महाराष्ट्र की कट्टा रंजना अशोक का भी अभी तक पता नहीं लग पाया है। बता दें कि 29 मई को गोगुंदा के ललित सोनी का शव भी बस हादसे वाली जगह से 150 किमी दूर हरिद्वार के कनखल के पास मिला था। ऐसे में लापता लोगों के शव और भी आगे चले जाने की आशंका जताई जा रही है।