बीकानेर में मंडी टैक्स और कृषक कल्याण फीस के खिलाफ व्यापारी संगठन एक मंच पर आकर विरोध कर रहे हैं। बीकानेर में सोमवार को मंडी बंद रखी गई। किसी तरह का काम नहीं किया गया। इससे करोड़ों रुपए के कामकाज अटक गए। दरअसल, सोमवार से प्रदेश की सभी मंडियां पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। ये मंडियां 5 जुलाई तक बंद रहेंगी। बीकानेर में भी इस बंद का व्यापर असर देखा गया है। व्यापार संघों ने सांकेतिक रूप से व्यापार बंद कर विरोध दर्ज कराया। अनाज मंडी में पूरी तरह सन्नाटा रहा
मंडियों के व्यापारिक संगठनों का कहना है कि अलग-अलग जिलों में मंडी टैक्स की अलग-अलग दरें व्यापार में असमानता और अस्थिरता पैदा कर रही हैं। इससे व्यापारियों के साथ किसानों को भी नुकसान हो रहा है। व्यापारियों की मुख्य मांग है कि मंडी टैक्स को पूरे राज्य में एक समान किया जाए, कृषक कल्याण फीस को पूरी तरह से समाप्त किया जाए। बीकानेर की अनाज मंडी में भी पूरी तरह सन्नाटा रहा। 10 करोड़ रुपए तक का नुकसान
व्यापारियों के मुताबिक, ऑफ सीजन होने के बावजूद मंडी बंद रहने से करीब 10 करोड़ रुपए तक का नुकसान हो सकता है। सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर किसानों के हित में व्यापारियों की बात स्वीकार करनी चाहिए। अगर समय रहते मांगे नहीं मानी गई तो पांच जुलाई के बाद बड़ा कदम उठाया जा सकता है।