BCCI को IPL फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स से विवाद में बड़ा झटका लगा है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को ट्रिब्यूनल के खिलाफ BCCI के उस चैलेंज को खारिज कर दिया है, जिसमें बोर्ड को 538 करोड़ का आर्बिट्रल अवार्ड देने का आदेश दिया था। ऐसे में BCCI को कोच्चि टस्कर्स के मालिकों को 538 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। जस्टिस आरआई छागला की सिंगल बेंच ने कहा- ‘कोर्ट इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकती, क्योंकि आर्बिट्रेशन एंड कंसीलिएशन एक्ट के सेक्शन 34 के तहत कोर्ट की भूमिका सीमित होती है। BCCI का चैलेंज अधिनियम की धारा 34 के दायरे के खिलाफ है।’ 10 साल पहले जुलाई 2015 में ट्रिब्यूनल के जस्टिस आरसी लाहोटी ने फ्रेंचाइजी के हक में फैसला सुनाया था। कोर्ट ने ऑर्डर दिया कि BCCI कॉम्पेनसेशन के रूप में टीम को 550 करोड़ रुपए देगा। ट्रिब्यूनल के इसी फैसले को BCCI ने बॉम्बे हाईकोर्ट में चैलेंज किया था। 3 पॉइंट्स में समझिए पूरा मामला RSW ने 1555 करोड़ रुपए में खरीदी टीम फ्रेंचाइजी
कोच्चि टस्कर्स IPL की 9वीं फ्रेंचाइजी थी। इसे रोंदेवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड कंपनी ने 2010 में 1555 करोड़ रुपए में खरीदा था। दरअसल, BCCI ने 2011 में IPL टीमों की संख्या 8 से बढ़ाकर 10 किया गया। महेला जयवर्धने की कप्तानी वाली टीम में ब्रेंडन मैक्कुलम, रवींद्र जडेजा, मुथैया मुरलीधरन, आरपी सिंह और श्रीसंथ जैसे स्टार खिलाड़ी थे। इसके बावजूद टीम 14 में से 6 ही मैच जीत सकी और पॉइंट्स टेबल में 8वें नंबर पर रहकर प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी। कोच्चि टस्कर्स के खिलाफ तेंदुलकर ने शतक बनाया
कोच्चि ने एक ही सीजन खेला, लेकिन उनके खिलाफ क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने अपने टी-20 करियर का इकलौता शतक लगा दिया। 15 अप्रैल 2011 को वानखेड़े स्टेडियम में सचिन की सेंचुरी से मुंबई इंडियंस ने 182 रन बनाए। हालांकि, ये स्कोर टीम की जीत के लिए काफी नहीं रहा, कोच्चि ने 19 ओवर में 2 ही विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया। मैक्कुलम ने मैच विनिंग 81 रन बनाए।
BCCI को कोच्चि टस्कर्स से विवाद में बड़ा झटका:बॉम्बे हाईकोर्ट ने बोर्ड के चैलेंज को खारिज किया, अब 538 करोड़ देने पड़ेंगे
