जोधपुर के एमबीएम विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह आज यूनिवर्सिटी सभागार में हुआ। इसमें राज्यपाल कलराज मिश्र ने 2022 और 2023 के विभिन्न कोर्स में अव्वल रहने वाले 19 स्टूडेंट को गोल्ड मेडल दिए। जिसमें 13 बैचलर आफ इंजीनियरिंग, 4 मास्टर आफ इंजीनियरिंग, और दो एमसीए के विद्यार्थी भी शामिल है। इसके अलावा दीक्षांत समारोह में 652 स्टूडेंट को बीई की डिग्रियां, 28 स्टूडेंट को बी आर्क, 52 स्टूडेंट को एमसीए, 115 स्टूडेंट को एमई की डिग्रियां दी गई। वहीं 11 स्टूडेंट को पीएचडी की उपाधि दी गई। कुल 858 छात्र छात्रों को उपाधियां का वितरण किया गया। नवाचार ऐसे हों जो प्रकृति के अनुकूल हों अपने संबोधन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने सभी विद्यार्थियों को प्रथम दीक्षांत समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थी वैदिक भारत के सिद्धांत को आधार बनाकर ऐसे नवाचार करें जो प्रकृति के अनुकूल हो। तकनीकी शिक्षा का उद्देश्य ही यही है कि छात्रों में निहित अद्वितीय क्षमताओं को पहचानते हुए उन्हें भविष्य के अवसरों के लिए तैयार किया जाए। देश में लागू हुई नई शिक्षा नीति को लेकर कहा कि यह देश को कौशल विकास से जोड़ने के साथ ही मौलिक शोध एवं अनुसंधान के लिए भी प्रेरित करेगी। तकनीकी शिक्षा को लेकर कहा कि युवाओं को नवाचार से जोड़ते हुए नई शिक्षा नीति में शोध को भारतीय दृष्टि से जोड़ा जाए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में यूनिवर्सिटी की ओर से करवाए जा रहे कोर्स और यूनिवर्सिटी की उपलब्धियां के बारे में बताया।