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रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL जीत का जश्न मौत के जुलूस में बदल गया। मंगलवार को अहमदाबाद में टीम ने पंजाब को फाइनल हराया। बुधवार को टीम बेंगलुरु में विक्ट्री परेड करने पहुंची। जहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं 33 लोग घायल हैं। स्पोर्ट्स जगत में पिछले 10 दिन में यह तीसरा हादसा रहा, जब जीत का जश्न मातम में बदला। 9 दिन पहले इंग्लैंड में फुटबॉल टीम लिवरपूल ने EPL जीतने का जश्न मनाया। जिस दौरान 53 साल के एक शख्स ने ट्रैफिक से परेशान होकर फैंस पर ही कार चढ़ा दी। भगदड़ से 109 लोग घायल हो गए। वहीं 1 जून को फ्रांस में PSG फुटबॉल टीम के चैंपियंस लीग जीतने पर विक्ट्री परेड हुई, जिसमें 2 की मौत हुई और 190 लोग घायल हो गए। स्पोर्ट्स इवेंट्स के दौरान 10 बड़े हादसे… 1. 24 मई 1964, पेरू में 328 मौतें पेरू के लिमा शहर में अर्जेंटीना और पेरू के बीच टोक्यो ओलिंपिक के फुटबॉल का क्वालिफाइंग मैच चल रहा था। मुकाबले में पेरू के प्लेयर्स ने आखिरी मिनटों में गोल दागा। जिसे रेफरी ने गलत कहा और होम टीम को गोल नहीं दिया। रेफरी के फैसले से नाराज फैंस ने हिंसा शुरू कर दी। पुलिस और स्टेडियम सिक्योरिटी ने मामला संभालने की कोशिश की, लेकिन भीड़ नहीं संभली। ऑफिशियल ने कहा कि 328 लोगों की मौत हुईं, जिनमें 2 पुलिसकर्मी भी थे। यह खेल जगत का सबसे बड़ा हादसा माना जाता है। हादसे के बाद स्टेडियम में दर्शक क्षमता को कम कर दिया गया। 2. 1 अक्टूबर 2022, इंडोनेशिया में 174 की मौत कंजुरुहान स्टेडियम में अरेमा क्लब और पर्सेबाया सुरबाया के बीच फुटबॉल मैच खेला गया। 42 हजार दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम में ज्यादातर फैंस अरेमा टीम के पहुंचे, लेकिन पर्सेबाया ने होम टीम को 3-2 से हरा दिया। 2 दशक में पहली बार अरेमा को पर्सेबाया से हार मिली। फाइनल टाइम होते ही अरेमा के फैंस मैदान में घुस आए। उन्होंने पर्सेबाया के खिलाड़ियों और अधिकारियों पर बोतलें फेंकना शुरू कर दिया। स्थिति संभालने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। फैंस डरकर एग्जिट गेट की ओर भागे, जिससे भगदड़ मच गई। फैंस ने ग्राउंड के बाहर पुलिस की 5 कारों में आग लगा दी, भगदड़ बढ़ती गई, जिसमें 174 की मौत हो गई। 3. 9 मई 2001, घाना में 126 की मौत अक्रा के ओहेने यान स्टेडियम में हार्ट्स ऑफ ओक और असांते कोटोको के बीच फुटबॉल मैच खेला गया। ओक टीम ने 2-1 से मैच जीत लिया, जिससे नाराज कोटोको के फैंस ने मैदान में बोतलें फेंकना शुरू कर दिया। भीड़ की हरकत के बाद पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। आंसू गैस से डरे फैंस ने भगदड़ मचा दी। वे दरवाजों की ओर भागने लगे, लेकिन गेट बंद थे। आंसू गैस से कुछ लोग बेहोश हो गए, बाकी फैंस उनपर ऊपर चढ़कर भागने लगे। जिससे 126 लोगों की मौत हो गई। 4. 15 अप्रैल 1989, इंग्लैंड में 96 की मौत शेफील्ड के हिल्सबोरो स्टेडियम में लिवरपूल और नॉटिंघम के बीच FA कप का सेमीफाइनल खेला जाना था। मैच देखने के लिए उम्मीद से ज्यादा दर्शक स्टेडियम पहुंच गए। जिसे देखते हुए सिक्योरिटी ने गेट नंबर-सी को भी खोल दिया, जो पहले बंद था। गेट खुलने की अचानक जानकारी मिलते ही दर्शक एक ओर से दूसरी तरफ भागे। जिससे भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने के लिए भागने लगे, लेकिन इससे परेशानी और भी बढ़ गई। जिस कारण 96 लोगों को जान गंवानी पड़ी। हादसे में 766 लोग घायल भी हुए थे। मुकाबले को रद्द किया गया और सेमीफाइनल अगले साल हुआ। 5. 12 मार्च 1988, नेपाल काठमांडु के दशरथ स्टेडियम में जनकपुर सिगरेट फैक्ट्री क्लब और बांग्लादेश के मुक्तिजोधा संगसद के बीच मैच हुआ। जीतने वाली टीम त्रिभुवन चैलेंज शील्ड पर कब्जा करती। मैच के दौरान स्टेडियम में आंधी-तूफान के साथ बहुत तेज बारिश होने लगी। आंधी इतनी तेज थी कि लोग स्टेडियम से बाहर भागने लगे, जिससे भगदड़ शुरू हो गई। जिसमें 80 लोगों को जान गंवानी पड़ी, इसमें 100 से ज्यादा घायल भी हुए। 6. 1 फरवरी 2012, मिस्त्र में 74 की मौत पोर्ट सईद के स्टेडियम में इजिप्ट प्रीमियर लीग का फुटबॉल मैच अल मस्त्री और अल अहली के बीच हुआ। अल मस्त्री ने मुकाबला 3-1 से जीत लिया, जिसके बाद टीम के फैंस ने अल अहली के फैंस पर हमला कर दिया। उन्होंने पथर, चाकू, बोतल और पटाखों से हमला किया। हमलों से बचने के लिए लोग दरवाजों की ओर भागे, लेकिन सिक्योरिटी और पुलिस ने गेट खोलने से मना कर दिया। जिससे भगदड़ और भी ज्यादा बढ़ गई। इस हादसे में 74 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। देश के कई शहरों में पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई गई, जिसके बाद 47 लोगों समेत 9 पुलिस ओफिसर को दोषी पाया गया। इनमें से 11 को मौत की सजा हुई। 7. 29 मई 1985, बेल्जियम में 39 की मौत ब्रसेल्स के हेसेल स्टेडियम में लिवरपुल और यूवेंटस के बीच यूरोपियन क्लब का फाइनल हुआ। मुकाबला शुरू होने से पहले ही लिवरपुल के फैंस स्टेडियम में मौजूद दीवार फांदकर यूवेंटस फैंस को अटैक करने के लिए दौड़ पड़े। जिससे दीवार फैंस पर ही गिर गई, हादसे में 39 लोगों की मौत हुई। वहीं सैकड़ों घायल हो गए। चौंकाने वाली बात यह रही कि हादसे के बाद भी 58 हजार दर्शकों की मौजूदगी में मुकाबला खेला गया। यूवेंटस ने 1-0 से फाइनल जीता। हादसे की जानकारी यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (UEFA) को मिली, जिन्होंने इंग्लिस क्लब को 5 साल के लिए यूरोपियन फुटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से बैन कर दिया। 8. 18 नवंबर 2009, अल्जीरिया में 18 की मौत अल्जियर्स के फुटबॉल स्टेडियम में अल्जीरिया और मिस्त्र के बीच 2010 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफिकेशन मैच खेला गया। अल्जीरिया ने 1-0 से मुकाबला जीता और वर्ल्ड कप में जगह बना ली। मुकाबले के बाद दर्शक स्टेडियम के बाहर जश्न मनाने लगे। जश्न की भीड़ से ट्रैफिक जाम हो गया, जिस कारण कुछ कार ड्राइवर्स ने फैंस पर ही गाड़ी चढ़ा दी। इस दौरान कुछ दर्शक पटाखे फोड़कर भी जश्न मना रहे थे। आतिशबाजी और कार एक्सीडेंट से भगदड़ मची और 18 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 300 लोग घायल भी हुए। 9. 16 अगस्त 1980, भारत में 16 की मौत कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच फुटबॉल मैच हुआ। दोनों ही टीमों के हजारों दर्शक स्टेडियम पहुंच गए। ईस्ट बंगाल के डिफेंडर दिलीप पालिट ने मोहन बागान के बिदेश बासू को गिरा दिया। जिसके बाद दोनों में बहस होने लगी, रेफरी भी सिचुएशन नहीं संभाल सका। मैदान का मामला दर्शकों तक पहुंच गया, जिन्होंने ग्राउंड में पथर और बोतलें फेंकना शुरू कर दिया। कई फैंस घबरा कर भागने लगे और स्टेडियम में भगदड़ मच गई। जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई। यह भारत के खेल मैदानों पर हुआ सबसे बड़ा हादसा है। RCB की IPL जीत का जश्न भी अब इसमें शामिल हो गया। 10. 9 जुलाई 2006, इटली में 6 लोगों की मौत जर्मनी के बर्लिन में इटली और फ्रांस के बीच फुटबॉल वर्ल्ड कप का फाइनल खेला गया। फाइनल टाइम के बाद मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहा, पेनल्टी शूटआउट में इटली को 5-3 से जीत मिली। वर्ल्ड कप जीतते ही इटली में फैंस सड़कों पर उतर आए और जश्न मनाना शुरू कर दिया। इटली ने 26 साल बाद फुटबॉल वर्ल्ड कप जीता था, जिस कारण कुछ ज्यादा ही फैंस की भावनाएं उमड़ पड़ीं। वहां के रोम और नेपल्स शहर में लोगों ने आतिशबाजी शुरू कर दी। सड़कें जाम हो गईं। पुलिस ने फायरिंग से मामला संभालने की कोशिश की, लेकिन भगदड़ मच गई। जिससे 6 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों घायल हो गए।

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