UPSC की तैयारी कर रहे 3 एस्पिरेंट्स की दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के RAU’ IAS STUDY CIRCLE कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबने से मौत हो गई। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि हादसे से एक महीने पहले यानी 26 जून को ही इस संबंध में MCD से शिकायत की गई थी, जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
वायरल पोस्ट में किशोर सिंह कुशवाहा नाम के एक व्यक्ति ने RAU’ IAS STUDY CIRCLE कोचिंग में बेसमेंट के कमर्शियल उपयोग की शिकायत की है। लेकिन दिल्ली MCD ने इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके तकरीबन एक महीने बाद 27 जुलाई की रात को इसी कोचिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 बच्चों की जान चली गई।

कुछ दिन पहले ऐसे ही UPSC तैयारी करते एक लड़के की करंट लगने से मौत हुई थी। सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं, ‘वो भी हत्या थी, ये भी हत्या है।’
दो बार रिमाइंडर के बावजूद MCD ने कोई कार्रवाई नहीं की
26 जून को दर्ज शिकायत के अलावा दिल्ली MCD को दो रिमाइंडर भी भेजे गए थे। 15 जुलाई को भेजे गए पहले रिमाइंडर में लिखा था, “सर, यह बहुत महत्वपूर्ण और जरूरी मुद्दा है, इस पर सख्त कार्रवाई करें।”
वहीं, 22 जुलाई को भेजे गए दूसरे रिमाइंडर में कहा गया, “सर, कृपया कार्रवाई करें, यह छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा है।”


श्रेया, तान्या और नेविन ने गंवाई जान
श्रेया यादव
श्रेया यादव उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की रहने वाली थी। उनकी उम्र 25 वर्ष थी। श्रेया तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। वे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC CSE को क्लियर करने का सपना संजोए दिल्ली आई थीं और अप्रैल 2024 में RAU’S IAS STUDY CIRCLE कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया।
श्रेया ने सुल्तानपुर के कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एग्रीकल्चर में B.Sc. की डिग्री हासिल की थी। उनके पिता अंबेडकर नगर में डेयरी की दुकान चलाते हैं और एक भाई अभिषेक यादव मास कम्युनिकेशन के स्टूडेंट हैं।
श्रेया के पिता राजेंद्र यादव ने दावा किया कि उसने पहले भी परिवार को बारिश के बाद बेसमेंट में पानी भर जाने की जानकारी दी थी। हालांकि संस्थान ने इस समस्या को हल करने के लिए कुछ नहीं किया। साथ ही पिता ने यह आरोप भी लगाया कि संस्थान ने उन्हें इस घटना के बारे में सूचित नहीं किया। उन्हें मीडिया के जरिए इस बारे में पता चला। वहीं, श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें अस्पताल में उसका शव देखने की अनुमति नहीं दी गई।
परिवार वाले बताते हैं कि श्रेया बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी। उसने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट फर्स्ट क्लास में क्लियर किया था।
तान्या सोनी
तान्या सोनी तेलंगाना के सिकंदराबाद की रहने वाली थीं। वे भी 25 वर्ष की थीं। तान्या मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थीं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा थीं।
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, वह DU के महाराजा अग्रसेन कॉलेज के महिला हॉस्टल में रह रही थी और डेढ़ महीने पहले उसने कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था।
तान्या के पिता विजय कुमार तेलंगाना में एक खनन कंपनी में काम करते हैं। उनके दो छोटे भाई-बहन हैं। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए औरंगाबाद ले जाया गया।
नेविन डाल्विन
नेविन डाल्विन केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले हैं। वे 28 वर्ष के हैं। नेविन तकरीबन आठ महीने से दिल्ली में रह रहे थे। वे जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से P.Hd. कर रहे थे।
पटेल नगर में रहने वाले नेविन शनिवार सुबह करीब 10 बजे बेसमेंट में मौजूद लाइब्रेरी गए थे। नेविन का परिवार पिछले 10-12 वर्षों से एर्नाकुलम में रह रहा है और वे मूल रूप से तिरुवनंतपुरम जिले के रहने वाले हैं।