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टेलीविजन एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी और उनके पति विवेक दाहिया अपनी शादी की 8वीं एनिवर्सरी मनाने यूरोप गए थे, जहां उनका 10 लाख रुपए का सामान और पासपोर्ट चोरी हो गया है। पैसे और पासपोर्ट चोरी होने के बाद कपल यूरोप में फंस गया है। जब पुलिस और इंडियन एंबेसी से मदद मांगने के बाद भी कोई सहायता नहीं मिली तो दिव्यांका त्रिपाठी ने इटली की PM मेलोनी को लेटर लिखकर मदद की गुहार लगाई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर दिव्यांका ने मदद की गुहार लगाते हुए लिखा है, डियर प्राइम मिनिस्टर मिस जॉर्जिया मेलोनी, हम उत्साह के साथ इटली घूम रहे थे, जब तक हमें लूटा नहीं गया। पुलिस को रिपोर्ट की गई है, लेकिन यहां रॉबरी को बहुत कैजुअली लिया जाता है। हम पहले ही उत्साह के साथ-साथ अपनी उम्मीद खो चुके हैं। अब हमारे लोग इटली आने का साहस कहां से जुटा सकेंगे। आगे दिव्यांका त्रिपाठी ने लिखा है, हमारे दूतावास हमारी मदद कर रहे हैं, लेकिन कैसा रहेगा अगर हम जैसे टूरिस्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी इटली उठाए। ये हमारे बारे में नहीं है, लेकिन उन सभी लोगों के बारे में है जो यहां आने के लिए बचत करते हैं और पैसे खर्च करते हैं। क्या है पूरा मामला? एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी पति विवेक के साथ इटली के फ्लोरेंस शहर गई हुई थीं। वहां उन्होंने किराए पर एक कार ली थी, जिसके जरिए वो रहने के लिए होटल और रिसोर्ट देख रहे थे। बुकिंग के सिलसिले में वो एक रिसोर्ट गए थे, लेकिन जब वो बाहर आए तो देखा कि उनकी कार के शीशे तोड़कर उनका सारा सामान चोरी कर लिया गया है। चोरी हुए सामान में उनके पैसे और पासपोर्ट भी थे। साथ ही बीते दिन की गई खरीददारी का सारा सामान भी कार में ही थी। कपल ने इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन लोकल पुलिस ने ये कहते हुए मदद करने से इनकार कर दिया कि जिस जगह उनका सामान चोरी हुआ है, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। पासपोर्ट और पैसे चोरी होने के बाद कपल को फ्लोरेंस में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। जिस रिसोर्ट से कपल का सामान चोरी हुआ है, वहां के स्टाफ ने उनकी ठहरने में मदद जरूर की है, लेकिन पैसे न होने पर उन्हें दिक्कत हो रही है। कपल ने भारत लौटने के लिए भारतीय दूतावास से टेंपरेरी पासपोर्ट की मांग की है, जिसके जरिए वापस भारत लौटने में मदद मिल सके। विवेक दाहिया ने सोशल मीडिया के जरिए अपने साथ हुई लूट के बारे में बताया था। उन्होंने लिखा था, जब हमारे साथ लूट हुई उस समय हमारी कार रिसोर्ट के सिक्योर्ड कैंपस में थी। प्लीज हमें ये बताकर परेशान न करें कि हमें अपने सामान को कैसे रखना चाहिए, क्योंकि रिसोर्ट वाले ये बखूबी जानते थे कि कार में हमारा सामान है, लेकिन अब उन लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ये किसी के साथ भी हो सकता है, लेकिन आशा करता हूं कि ऐसा किसी के साथ न हो।

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