बांसवाड़ा कोतवाली पुलिस ने फर्जी बीमा क्लेम के एक पुराने प्रकरण में बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। जिसमें डॉक्टर सहित पुलिस के अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं। इस मामले में सबसे बड़ी गिरफ्तारी को बात करे तो वो पूर्व पीएमओ एमजी अस्पताल डॉक्टर रवि उपाध्याय की है। वहीं एक एएसआई योहन कुमार का नाम शामिल है। मामले में जांच कर रहे डीएसपी सूर्यवीरसिंह ने बताया कि देवेंग पुत्र योगेंद्र ने 14 मई 2016 को रिपोर्ट देकर बताया था कि उसके पिता देवेंग पटेल रात को बाथरुम जाने का कहकर बाहर निकले थे। अचानक पैर फिसलने से नीचे गिर गए। बेहोश भी हो गए। उन्हें तत्काल इलाज के लिए महात्मा गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद थाना कोतवाली में एक एफआईआर 2023 को दर्ज हुई थी। जिसमें बीमा कंपनी ने रिपोर्ट दी थी कि मृतक देवेंग की मौत नीचे गिरने से नहीं बल्कि कैंसर से हुई थी। इसी रिपाेर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू कि तो सामने आया कि मौत कैंसर से ही हुई थी। लेकिन क्लैम उठाने के लिए बेटे योगेंद्र ने झूठी रिपोर्ट थाने में दी थी। डीसपी ने बताया कि देवेंग की मौत के बाद सदर थाने के तत्कालीन जांच अधिकारी एएसआई योहन कुमार लाश को लेकर एमजी अस्पताल की मॉर्च्युरी लेकर आए। लाश का पोस्टमॉर्टम तत्कालीन पीएमओ डॉ रवि उपाध्याय ने किया। जिन्होंने देवेंग की मौत सिर में चोट लगने से होना बताया। जबकि मृतक देवेंग पटेल जो किया पीएचसी बड़ोदिया में फोर्थ क्लास कार्मिक था। उसे कैंसर का रोग था। उसकी मृत्यु इलाज के दौरान हुई थी। डीएसपी ने बताया कि देवेंग पटेल जो कि बोरवट का रहने वाला था, उसे कैंसर रोग था। साल 2015 में देवेंग ने उसके परिवारजनों के साथ् केयर हेल्थ इंश्योरेंस लिमिटेड से 50 लाख रुपए की पॉलिसी ली थी। उस वक्त उसने कैंसर रोग को छिपाया था। देवेंग की 14 मई 2016 को दोपहर 2 बजकर 55 मिनट पर इलाज के दौरान मौत हो गई थी। प्राकृतिक मौत पर शव परिजनों को दे दिया गया था। इसके बाद मृतक के बेटे योगेंद्र पटेल ने तत्कालीन पीएमओ डॉ रवि उपाध्याय और एएएसआई योहन कुमार के साथ् मिलकर रिपोर्ट दी कि उसके पिता देवेंग की मौत को रात को बाथरुम जाने के दौरान पैर फिसलने से गिरने और बेहोश होने के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर ने भी मौत चोट लगने के कारण् होना बताया। डीएसपी ने बताया कि मृतक का बेटा योगेंद्र सिंह तलवाड़ा बीसीएमओ कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत है।