परिवहन विभाग का सर्वर डाउन होने की वजह से दो दिन से बसों के अस्थाई परमिट जारी नहीं हो रहे हैं। इस वजह से बस ऑपरेटर्स परेशान हैं। तीन दिन पहले बजट में हुई टैक्स की घोषणाओं को लागू करने के लिए सर्वर बंद कर दिया गया था। अब शुक्रवार और शनिवार से सर्वर डाउन चल रहा है। बस ऑपरेटर्स परिवहन विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन अस्थाई परमिट के लिए आवेदन करते है तो सर्वर अरर बता रहा है। इस वजह से करीब 500 से अधिक बसों के अस्थाई परमिट अटक गए हैं। बुकिंग करने वाले और बस ऑपरेटर्स के बीच में आए दिन झगड़े हो रहे हैं। ऑपरेटर्स को अब मजबूरन अस्थाई परमिट के बिना बसों को शादी समारोह, अमरनाथ यात्रा, गोर्वधनजी, वैष्णो देवी, उज्जैन महाकाल सहित अन्य टूरिस्ट और धार्मिक स्थलों पर भेज रहे हैं, लेकिन उन्हें आरटीओ की कार्रवाई का डर सता रहा है। इतना ही नहीं बस ऑपरेटर्स यात्रियों की जान भी जोखिम में डाल रहे हैं। सर्वर डाउन है तो ऑफलाइन क्यों नहीं कर रहे जारी? बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन राजस्थान संरक्षक अनिल जैन का कहना है कि अस्थाई परमिट में लगातार परेशानी आ रही है। सर्वर डाउन होने पर विभाग को ऑफलाइन अस्थाई परमिट जारी करने की व्यवस्था शुरू कर देनी चाहिए। कोटा में सर्वर डाउन होने पर ऑफलाइन अस्थाई परमिट जारी हो रहे हैं। यह व्यवस्था राजधानी सहित सभी आरटीओ ऑफिस में शुरू कर देनी चाहिए। जैन ने बताया कि बस को बिना परमिट के भेज तो रहे हैं लेकिन ऑपरेटर्स को बस दुर्घटनाग्रस्त होने पर इंश्योरेंस नहीं मिलने का, 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाने और बस को सीज करने का डर सता रहा है।

By

Leave a Reply