भास्कर न्यूज | कोटा श्री पीलेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव-पार्वती, भगवान जगन्नाथ के मौसा-मौसी बने। वे भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ मौसा-मौसी जी के यहां पहुंचे। मंदिर समिति अध्यक्ष भारत भूषण ने बताया कि सात दिवसीय रथ यात्रा महोत्सव के तहत गोविंद धाम िस्थत मंिदर से भगवान जगन्नाथ परिवार के साथ पीलेश्वर महादेव मंदिर कॉम्पीटिशन कॉलोनी पहुंचे। रथ खींचने के लिए लोग भक्ति भाव से उमड़े। यात्रा में हरे राम-हरे कृष्ण, जय बोलो प्रभु जगन्नाथ के जयकारों के साथ रथ एक गली से दूसरी गली में घूमता रहा। नगरवासी आरती की थाली सजाकर भगवान की राह देखते रहे। महिलाओं ने भक्ति भाव से भजन गाए, नृत्य किया। इस दौरान राजेन्द्र खंडेलवाल, भाविप अध्यक्ष किशन पाठक, संरक्षक जागेश्वर सिंह चौहान, गिरधरलाल बडेरा, बसंतीलाल शर्मा, रमेश चंद्र शर्मा, अनिल हांडा, कोषाध्यक्ष कुलदीप माहेश्वरी, उपाध्यक्ष आशीष झंवर, उपाध्यक्ष ओम राठौर, कार्यकारिणी सदस्य निशांत सिक्का, मोहन मित्तल आदि उपस्थित रहे। भड़ल्या नवमी पर गीता भवन से दशहरा मैदान तक निकलेगी रथ यात्रा मुकंदरा विहार स्थित हरे कृष्ण मंदिर की ओर से रथयात्रा सोमवार को गीता भवन रोड से शुरू होकर सरोवर मार्ग, सेवन वंडर पार्क, कोटड़ी रोड, गुमानपुरा, फ्लाईओवर होते हुए घोड़ा बाबा चौराहा से रात 8.15 बजे दशहरा मैदान पहुंचेगी। यात्रा का मुख्य आकर्षण भगवान जगन्नाथ का 25 फीट ऊंचा रथ रहेगा। इसमें सवार भगवान जगन्नाथ, बलदेव और बहन सुभद्रा कोटा वासियों पर कृपा की वर्षा करेंगे। आधुनिक तकनीक से तैयार हाइड्रोलिक रथ की ऊंचाई घटाई-बढ़ाई जा सकती है। साथ ही रथ फूल, रंग बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा। रथ के साथ श्री गौर निताई आगे चलेंगे, हजारों भक्त रथ को हाथों से खींचते हुए आगे बढ़ेंगे।