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अपने लाल रंग व बेस्ट क्वालिटी के साथ तीखेपन के लिए मथानिया की मिर्च विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है ले न अब इसके साथ जी आई टैग भी लगने वाला है। इसके लिए फ्रांस से टीम जोधपुर आई है और वह मथानिया जाकर वहां फीडबैक ले रही है। इस जीआई टैग के बाद मथानियां के किसानो ंको फायदा होगा। इस मिर्च के एक्सपोर्ट के रास्ते खुलेंगे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मथानिया मिर्च का मार्केट हाेगा।
फ्रांस से आया डेलिगेशन जयपुर में अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक करने के बाद जोधपुर शहर और मथानिया में अधिकारियों किसानों के साथ इस टीम ने गुरुवार को मंथन किया है। एक सप्ताह के लिए जोधपुर पहुंची फ्रांस की टीम मथानिया में अलग-अलग जगह फीडबैक लेगी। नई दिल्ली स्थित फ्रेंच दूतावास मॉलश्री डागौर तथा अटैची रोक्सने मोलिनेरिस ने मथानिया मिर्च के भौगोलिक संकेत यानि जी.आई. टैग की संभावना के अध्ययन व कार्य के लिए पिछले दिनों दौरे की शुरूआत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर की है। प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया की अध्यक्षता में पंत कृषि भवन में फ्रेंच डेलिगेशन के साथ आयुक्त उद्यानिकी जय सिंह तथा कृषि व उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया था। मथानिया मिर्च को जी.आई. टैग के लिए प्रस्तावित करने के उद्देश्य से टीम जोधपुर क्षेत्र में सात दिवसीय दौरे में विभिन्न हितधारकों के साथ बैठक कर इसके विभिन्न पहलुओं के विश्लेषण पश्चात दूतावास द्वारा एम.ओ.यू. के औपचारिक प्रस्ताव केन्द्र व राज्य को प्रस्तुत करेगा। इस दिशा में किया गया कार्य मथानिया मिर्च उत्पादकों सहित मिर्च से जुड़े सभी हितधारकों को अच्छी आय प्रदान करेगा जिससे उनकी आय में वृृद्धि होगी,जीवीकोपार्जन के नवीन अवसर सृजित होंगे। हॉर्टिकल्चर की डिप्टी डायरेक्टर जी और जाखड़ और वरिष्ठ किसान रतनलाल डागा खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, यह किसानों के लिए बहुत बड़ा तोहफा होगा जब फ्रांस की टीम जी आई टैग को लेकर आवश्यक फीडबैक लेने के साथ वहां के हालात को समझ कर इस क्षेत्र के भविष्य की बेहतर तस्वीर को ध्यान में रखकर अपनी रिपोर्ट देंगे।

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