हनुमानगढ़ में किसान यूथ ब्रिगेड ने कस्टम हायरिंग सेंटर के जरिए हजारों किसानों को फायदा पहुंचाने के नाम पर बड़ा घोटाला किए जाने का आरोप लगाया है। बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में संगठन के पदाधिकारियों ने कृषि अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों के कृषि यंत्रों पर सब्सिडी उठाकर कृषि उपकरणों को बेचने व करोड़ों रुपए की जीएसटी हजम कर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। किसान यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक कृष्ण रेवाड़ के अनुसार प्रत्येक गांव में कस्टम हायरिंग सेंटर खुले हुए हैं। यह सेंटर किसानों को सस्ती दर पर किराए पर कृषि उपकरण उपलब्ध करवाने के मकसद से खोले गए हैं। लेकिन यह सेंटर सिर्फ कागजों में चल रहे हैं। किसानों को भी पता नहीं कि इस तरह के सेंटर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि रोड़ांवाली के चक चार आरआरडब्ल्यू में श्री बालाजी कृषि उद्योग के नाम से कस्टम हायरिंग सेंटर खुला हुआ है। सेंटर संचालक ने करोड़ों रुपए का घोटाला कर लिया। जीएसटी की चोरी की। विभाग भी सेंटर संचालक के साथ मिला हुआ है। राजनेताओं का संरक्षण भी प्राप्त है। सेंटर संचालक की ओर से हर बार भौतिक रिपोर्ट गलत दी जा रही है। तीन दिन में सेंटर चालू हो रहा है और तीन दिन में सेंटर बंद हो रहा है। सेंटर संचालक 40 प्रतिशत सब्सिडी लेकर डकार गया। कृषि यंत्र लिए नहीं और फर्जी बिल लगा दिए। इससे जीएसटी विभाग को भी नुकसान हुआ है। अधिकारी जब भौतिक सत्यापन करने जाते हैं तो सेंटर संचालक को बताकर जाते हैं। वहां इतिश्री कर वापस आ जाते हैं। लेकिन अभी तक सेंटर संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। कृषि विभाग कागजों में गोलमाल कर रहा है। उन्होंने कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा से मांग की कि प्रदेश स्तर पर इस प्रकरण की जांच करवाई ताकि यह घोटाला उजागर हो सके और किसानों को फायदा मिले। जिन लोगों ने फर्जीवाड़ा किया है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। उनसे रिकवरी की जाए।