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बालोतरा जिले में एक ऐसा स्कूल जहां हर बच्चे को खेलने का अवसर मिल रहा है। शिक्षा के साथ-साथ स्कूल बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए स्कूल स्टाफ के प्रयासों से करीब एक दर्जन से ज्यादा खेलकूद की एक्टिविटी संचालित हो रही है। यह स्कूल है राउमावि. पूनियों का तला गिड़ा। यहां 360 बच्चों का नामांकन है, लेकिन कक्षा 3 के बाद के सभी बच्चे किसी न किसी खेलकूद गतिविधि में भाग जरूर ले रहे हैं। यह सब तब संभव हुआ है, जब स्कूल में कोई शारीरिक शिक्षक भी नहीं है। इसके बावजूद जो शिक्षक कार्यरत है वो उन्हें अलग-अलग खेलों की ट्रेनिंग दे रहे हैं। खिलाड़ियों को तैयार कर स्टेट लेवल तक खेलने के लिए भेजा है। गिड़ा तहसील का राउमावि. पूनियों का तला जहां 360 बच्चों का नामांकन है। इस बार 12वीं आर्ट्स में इसी सरकारी स्कूल से बालोतरा जिले का टॉपर मि ला है। यहां सिर्फ शिक्षा पर ही जोर नहीं दिया जा रहा, बल्कि यहां खेलों को भी उतना ही महत्व दिया जा रहा है। खास बात तो ये भी है कि इस स्कूल में सरकार की ओर से कोई शारीरिक शिक्षक भी नहीं लगाया गया है, इसके ​बावजूद शिक्षक खुद सोशल मीडिया के माध्यम से पहले खुद खेल की ट्रेनिंग ले रहे हैं और फिर बच्चों को भी अभ्यास करवा रहे हैं। यहां शूटिंग, एथेलिक्टिक्स, स्केटिंग, कबड्डी, बॉक्सिंग, वुशु, क्रिकेट, तीरंदाजी, हॉकी, साइ​क्लिंग, शतरंज सहित कई तरह के खेलों की टीमें तैयार हुई हैं। जिला स्तर पर खेलने के साथ ही प्रदेशभर पर खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया है। 87 विद्यार्थी एक स्कूल से स्टेट लेवल पर खेले राउमावि. पूनियों का तला प्रधानाचार्य संतोष कुमार ने बताया कि पहली बार एक स्कूल से 87 बच्चे स्टेट लेवल पर खेले हैं। इनमें शूटिंग, ​तीरंदाजी, हॉकी, बॉक्सिंग कई बच्चों का स्टेट लेवल पर चयन हुआ। कबड्डी में यहां से 7 साल से लगातार टीम स्टेट लेवल पर खेल रही है। शूटिंग में 14 वर्ष की टीम में 5 खिलाड़ी स्टेट लेवल पर खेले हैं। स्कूल में ​हर खिलाड़ी लगभग किसी न किसी खेल से जुड़ा हुआ है। शारीरिक शिक्षक नहीं होने के बावजूद भी बच्चों को खेलों से जोड़ा जा रहा है, ताकि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से विकास हो। हर साल बच्चे 2-2 पौधे लगाना अनिवार्य रामउ​मावि. पूनियों का तला खुद में करीब 200 से ज्यादा पौधे है और पूरी तरह से हरी भरी है। इसके अलावा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को हर साल भामाशाहों के सहयोग से 2-2 पौधे भेंट किए जाते हैं वो अपने घर पर लगाते हैं। ये ही वजह है कि अब पूनियों का तला गांव में ऐसा कोई घर नहीं हैं, जहां पिछले 4-5 साल में हर घर पर 5-7 नए पौधे नहीं लगे हो। इसके अलावा इस गर्मी में गांव में 1100 परिंडे लगाए गए हैं, हर घर के आगे पक्षियों के लिए परिंडा है। स्कूल का हर क्लास रूम में स्मार्ट बोर्ड है। पूरे स्कूल में 32 सीसीटीवी कैमरे हैं।

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