सिंचाई पानी की मांग को लेकर श्रीगंगानगर के गंगा सिंह चौक पर छठे दिन भी धरना जारी रहा। किसानों का कहना है कि गंगनहर में जब तक 2500 क्यूसेक पानी नहीं आता उनका धरना जारी रहेगा। सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर सहित एक दर्जन से अधिक किसान आज धरने को समर्थन देते हुए शाम को अनशन पर बैठे हैं। वहीं किसान संगठनों ने साफ किया है कि जब तक गंगनहर में निर्धारित हिस्से के अनुसार पूरा पानी नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक न तो कोई वार्ता होगी और न ही आंदोलन खत्म किया जाएगा। किसान नेता रविंद्र तरखान ने बताया कि धरने की आगामी रणनीति भी तैयार कर ली गई है। कल महिलाओं की भागीदारी में क्रमिक अनशन होगा, जबकि 23 जून को जिलेभर की सभी अनाज मंडियां बंद रखी जाएंगी। इसके बाद 24 जून को किसान जिला प्रशासन को घेरने का ऐलान कर चुके हैं। किसान संगठनों ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहे गा और केवल पानी के मुद्दे पर केंद्रित रहेगा। धरनास्थल पर गर्मी को देखते हुए कूलर, पंखों और पेयजल की व्यवस्था की गई है, ताकि आंदोलन में शामिल लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर अनशन पर बैठे आज शाम से विधायक डूंगरराम गेदर, सूरतगढ़ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया, ब्लॉक उपाध्यक्ष जगदीश गोदारा, जिला महासचिव जयप्रकाश गिला, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बलराम वर्मा, जैतसर नगर मंडल अध्यक्ष प्रवीण गोयल, सगठन महामंत्री अनिल रोकणा, घमण्डिया मंडल अध्यक्ष मंगीलाल बेनीवाल सहित दो दर्जन कांग्रेस की कार्यकर्ता विधायक के नेतृत्व में अनशन पर बैठे हैं। सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर ने कहा कि गंगनहर में पानी की कमी के कारण किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है और सरकार को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। वहीं, सांसद कुलदीप इंदौरा ने बताया कि राजस्थान सरकार पंजाब से गंगनहर के हिस्से का पूरा पानी लेने में विफल रही है, जिससे किसानों की ग्वार और मूंग की बुवाई नहीं हो पा रही है। इस साल पानी की कमी के कारण किसानों की नरम-कपास की बुवाई भी आधी रह गई है। सूरतगढ़ कांग्रेस ब्लॉक उपाध्यक्ष जगदीश गोदारा ने कहा कि किसानों को गंगनहर का पूरा पानी दिया जाना चाहिए। धरने में सभी किसान और व्यापारी शामिल हैं। साथ ही मजदूरों का भी समर्थन प्राप्त है। उन्होंने भाजपा नेताओं से अपील कि वे राजनीति से ऊपर उठकर किसानों के हक के लिए आवाज उठाएं। पानी की कमी के कारण किसानों का भारी नुकसान हो रहा है, खासकर किन्नू के बागों की स्थिति खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में सरकार सोई हुई है। इस मौके पर किसान नेता रविंद्र तरखान, सतविंद्रपाल सिंह, गुरचरण सिंह मौड़, मंदिर सिंह मान, महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष कमला बिश्नोई और राकेश शर्मा ने भी भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्हें राजनीति छोड़कर केवल सिंचाई पानी की मांग करनी चाहिए। श्रीकरणपुर विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर ने कहा कि भाजपा नेताओं का बयान निंदनीय है। मुख्य मुद्दा पानी का है और सभी किसान पानी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अशोक गहलोत सरकार में फिरोजपुर फीडर के लिए बजट का प्रावधान किया गया था, लेकिन केंद्र सरकार ने इसके लिए मंजूरी नहीं दी, जिसके कारण निर्माण कार्य नहीं हो सका। इस मुद्दे पर कांग्रेस के विधायक और सांसद धरना और अनशन कर रहे हैं, लेकिन भजनलाल सरकार चुप बैठी हुई है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और किसानों को पूरा पानी दिलाने की अपील की।

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