जिले के गुढ़ा गौड़जी थाना क्षेत्र में स्थित लीला की ढाणी के पास बने जानलेवा ब्लैक स्पॉट पर शनिवार को एक बार फिर दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस घटना में ट्रोले ने एक ट्रैक्टर और एक स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे पांच लोग घायल हो गए। यह ब्लैक स्पॉट लंबे समय से दुर्घटनाओं का केंद्र बना हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर के समय हुए इस हादसे का मुख्य कारण नशे में धुत ट्रोला चालक की लापरवाही थी। बताया जा रहा है कि ट्रोला चालक रास्ते में भी दो-तीन अन्य वाहनों को टक्कर मारते हुए आया था। लीला की ढाणी के पास तेज रफ्तार ट्रोले ने पहले एक ट्रैक्टर को टक्कर मारी। इसके बाद ट्रोला अनियंत्रित होकर एक स्कूटी से जा टकराया, जिस पर दो युवक सवार थे। इस भीषण टक्कर में स्कूटी सवार दो युवक और ट्रोले में सवार तीन अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीनों वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस को सूचना दी और अपने निजी वाहनों से घायलों को गुढ़ा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। स्कूटी पर सवार प्रदीप (40 वर्ष) निवासी छावसरी और सचिन (19 वर्ष) पुट्रोला ताप निवासी छावसरी को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जबकि ट्रोले में सवार विकास (25 वर्ष), संजय (25 वर्ष) पुत्र उमेद, और जगदीप (40 वर्ष) पुत्र फूलचंद को पास में खड़ी एक पिकअप गाड़ी की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। गुढ़ा के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सभी पांचों घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, सभी घायलों को गंभीर चोटें आई हैं। हादसे की सूचना मिलने के लगभग 20 मिनट बाद गुढ़ा गौड़जी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थानाधिकारी राम मनोहर ठोलिया ने घटनास्थल का जायजा लिया और क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटवाकर यातायात को सुचारु कराया। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उस ब्लैक स्पॉट पर हुई है जो लंबे समय से हादसों का पर्याय बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से इस जगह पर सुधार कार्य करने और चेतावनी संकेत लगाने की मांग की है, लेकिन उनकी मांगों को अनसुना कर दिया गया। स्टेट हाईवे 37 पर स्थित लीला की ढाणी के पास बने इस ब्लैक स्पॉट पर न तो कोई चेतावनी संबंधी सूचना है और न ही कोई संकेतक। इसके अलावा, फोरलेन पर बना डिवाइडर भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिसकी वजह से आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं। फोरलेन की एक लाइन पूरी तरह से टूट चुकी है, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और दुर्घटना का खतरा हमेशा बना रहता है। शनिवार के इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस ब्लैक स्पॉट पर तत्काल सुरक्षात्मक उपाय करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्रशासन अब भी नहीं चेता और इस ब्लैक स्पॉट पर उचित कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।