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उदयपुर शहर के पास उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाइवे पर पीएमश्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय काया दिन-प्रतिदिन नवाचार के तौर पर कई निजी विद्यालयों को पछाड़ता जा रहा है। यहां के बच्चे स्कूली शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ तकनीकी पहलुओं सहित सामाजिक सरोकारों से रुबरु हो रहे हैं। पीएमश्री योजना में यह विद्यालय 10 अप्रैल 2023 को चयनित हुआ था। नवनिर्माणाधीन भवन के अंदर कक्षा 9 से 12वीं तक 510 विद्यार्थी अध्ययनरत है। गिर्वा ब्लॉक के अंदर काया ग्राम पंचायत में अरावली की पहाड़ियों के विहंगम दृश्य और प्राकृतिक छटा के बीच स्थापित साढ़े छह बीघा परिसर में यह विद्यालय भविष्य में किसी रिजॉर्ट से कम नहीं आंका जाएगा। कोई श्रमदान तो कोई कर रहा आर्थिक सहयोग
2022-23 से निर्माण कार्य शुरू होने के बाद कई संस्थाएं विद्यालय विकास एवं निर्माण में आगे आई है, जिन्होंने लाखों रुपए स्वेच्छा से स्कूल विकास के लिए दिए। विद्यालय निर्माण में विद्यालय स्टाफ के प्रत्येक सदस्य ने 11000 रुपए की राशि भेंट की। काया गांव के 13 वार्डों में 13 दानपात्र से 54667 रुपए विद्यालय निर्माण के लिए मिले।
हाल ही में पौधरोपण के लिए सोशल मीडिया के मार्फत करीब डेढ़ लाख रुपए स्कूल को दान के रूप में प्राप्त हुए हैं। वहीं 50 बच्चों की ग्रीन ब्रिगेड बना रखी है, ये ब्रिगेड जिम्मेदारी के साथ पौधों की सार-संभाल सहित आयुर्वेदिक वाटिका की देखरेख करती है। स्कूल परिसर में आने वाला हर एक विजिटर अभिभूत होकर जाता पिछले दिनों शिक्षा शासन सचिव श्रीकृष्ण कुणाल जयपुर भी काया स्कूल में आए थे, उन्होंने पौधरोपण कर स्कूल और यहां के स्टाफ सहित ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों की काफी सराहना की। बाद में जब जयपुर में शिक्षा अधिकारियों की बैठक हुई, तो कुणाल ने कहा था कि शिक्षकों का जुनून देखना है तो उदयपुर जिले के काया स्कूल में जाकर देखें कि शिक्षकों के समर्पण से किस प्रकार एक सरकारी स्कूल भी निजी स्कूलों को मात दे सकता है। स्कूल के सुंदर भविष्य के लिए पर्दे के पीछे शिक्षकों सहित ग्रामीणों का काफी जुनून और सहयोग रहा है। बहुत ही जल्द यहां के बच्चे वैदिक शिक्षा और जनजाति झलक के साथ मांडणा संस्कृति से रूबरू होंगे। कक्षा 1 से 8 तक पुराने भवन में संचालित इस स्कूल के विकास के लिए यहां के शिक्षकों सहित जनप्रतिनिधियों ने मिलकर जर्जर भवन और उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को लेकर लाखों रुपए खर्च कर देशभर के नेताओं, संतों, खिलाड़ियों सहित दिग्गज हस्तियों को पत्र लिखे थे, लेकिन सोचनीय विषय यह रहा कि सभी ने यहां के शिक्षकों और ग्रामीणों के प्रयास की सराहना और प्रशंसा जरूर की, परंतु किसी ने भी स्कूल विकास में हाथ बंटाने की जहमत नहीं उठाई। लोगों और जनप्रतिनिधियों का सहयोग ले रहा मूर्त रूप विद्यालय को इस सुंदर परिकल्पना में ढालने में पूर्व सरपंच रमेश डामोर, वर्तमान सरपंच पुष्पा डामोर, अमर लाल मीणा, प्रभु लाल मीणा, अम्बा लाल मीणा, पूर्व प्राचार्य प्रकाश चन्द्र हेड़ा, वर्तमान प्राचार्य मोहनलाल मेघवाल, शारीरिक शिक्षक घनश्याम खटीक, च. श्रे. कर्मचारी भगवान लाल गुर्जर, आर्किटेक्ट महेश जोशी ने दिन-रात एक कर दिए। प्रमुख भामाशाहों में रविन्द्र हेरियस प्राईवेट लिमिटेड, मोडर्न रोड मेकर्स प्रा. लि, सदभाव इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि, गट्टू गाड़िया लौहार, रोटरी क्लब उद्यम, विधायक उदयपुर ग्रामीण फूल सिंह मीणा, पूर्व सांसद उदयपुर अर्जुन लाल मीणा आदि है। अब आगे यह होगा

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