पर्यावरण संरक्षण के लिए शहर में एक से तीन अगस्त तक इंडियन सोसाइटी आफ हीटिंग रेफ़्रीजरेटिंग एंड एयर कंडिशनिंग इंजीनियर्स ( इशरे ) सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। सम्मेलन के संयोजक पंकज धारकर और सुधीर माथुर ने बताया कि पर्यावरणीय समस्याओं को समाप्त करने के लिए यह एक बड़ी पहल है जिसका आयोजन जेईसीसी, और होटल नोवेटल में किया जाएगा। इसमें मुख्य विषयों डीकार्बनाइजेशन, स्थायित्व, और जलवायु प्रतिरोध, एचवीएसी प्रणालियों का गहन अन्वेषण और नवाचारी समाधान प्रदान करेगा वहीं वर्तमान पर्यावरणीय प्रभाव को केंद्रित रखते हुए इसमें विचार विमर्श किया जायेगा। इस कूल कॉन्क्लेव का मुख्य फोकस डीकार्बनाइजेशन पर है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए, इस घटना में कटिंग-एज तकनीक और अभ्यास को मुख्य रूप से बताया जाएगा। ये चर्चाएं उपयुक्त डीकार्बनाइजेशन रणनीतियों को अमल में लाने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। यह कार्यक्रम नेट-वर्किंग के अवसर भी प्रदान करेगा जिससे विभिन्न विचारों और दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान हो, जिससे जलवायु परिवर्तन की इस लड़ाई में बदलाव का एक पहला कदम उठाया जा सकेगा। सम्मेलन चेयरमैन पंकज धारकर ने बताया कि विषय विशेषज्ञ डेटा केंद्र, स्वास्थ्य सेवाएं, पुनर्निर्माण, वाणिज्यिक केंद्र, और आवासीय क्षेत्र के साथ-साथ उद्योग पर चर्चा करेंगे और इसके कई पहलुओं के बारे में विशेष तौर पर ज्ञान प्रस्तुत करेंगे।वाइस चेयरमैन आशु गुप्ता के अनुसार सरकारों, उद्योगों और व्यक्तियों के महत्वपूर्ण हिस्सेदार और निर्णय कर्ता भी यहां उपस्थित होंगे। प्रोग्राम कॉर्डिनेटर सुजल शाह ने बताया कि इस कार्यक्रम में डिकार्बोनाइजेशन उत्कृष्टता पुरस्कार भी रखे जाएंगे जिनका नामांकन 15 मई 2024 से किया जा रहा है।