इन्वेस्टिगेशन ट्रैकिंग सिस्टम फॉर सेक्सुअल ऑफेंस (आईटीएसएसओ) कि मई महीने की रिपोर्ट के अनुसार अजमेर रेंज महिला संबंधित यौन उत्पीड़न के मामलों के निपटारे में दूसरे स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही पिछले 1 साल की तुलना में अजमेर रेंज में 17% अपराध में कमी दर्ज की गई है। जिससे राजस्थान के सभी रेंजों में अजमेर रेंज प्रथम स्थान पर है। मंगलवार को इसकी जानकारी रेंज डीआईजी ओमप्रकाश की ओर से दी गई। डीआईजी ओमप्रकाश के अनुसार मई 2024 में 12713 प्रकरण दर्ज हुए। जिसकी तुलना में मई 2025 तक 10515 प्रकरण दर्ज किए गए। जो वर्ष 2024 की तुलना में 2198 प्रकरण कम दर्ज हुए हैं। जिससे 17% अपराध में कमी दर्ज हुई है। राजस्थान के सभी रेंजों में अजमेर रेंज प्रथम स्थान पर है। डीआईजी के अनुसार महिला अत्याचारों के अपराधों में मई 2024 में 2548 प्रकरण दर्ज हुई जिसकी तुलना में मई 2025 तक 2387 प्रकरण दर्ज हुए जो वर्ष 2024 की तुलना में 106 प्रकरण कम दर्ज हुए हैं। जिससे -06.32% प्रतिशत कमी दर्ज हुई है। यह राज्य की सभी रेंजों में अजमेर रेंज चतुर्थ स्थान पर रही है। अनुसूचित जनजाति के अपराधों में 34. 29% प्रतिशत कमी हुई है जो राज्य में सर्वाधिक है। संपत्ति संबंधित अपराधों में 38.73 प्रतिशत कमी दर्ज हुई है जो राज्य में सर्वाधिक है। डीआईजी ओम प्रकाश ने बताया कि इन्वेस्टिगेशन ट्रैकिंग सिस्टम फॉर सेक्सुअल ऑफेंस (आईटीएसएसओ) में रेंज जुलाई 2024 में राज्य में 12वीं स्थान पर थी, जो वर्तमान में मई 2025 में दूसरे स्थान पर है। रेंज में वर्ष 2024 25 में पोक्सो, रेप, एससी एसटी में कुल 164 प्रकरणों में सजा सुनाई जा चुकी है। डीआईजी के अनुसार जुलाई 2024 से आज दिनांक 20 पदोन्नति बोर्ड का गठन किया जाकर रेंज में 400 से अधिक पदों पर कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है। रेंज स्तर पर की जाने वाली ई-सुनवाई से आमजन में पुलिस के प्रति आत्मविश्वास भी बड़ा है।