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भास्कर न्यूज | प्रतापगढ़ कृषि उपज मंडी प्रतापगढ़ में इन दिनों प्याज की रिकॉर्ड तोड़ आमद हो रही है। बीते तीन दिनों में करीब 9 हजार बोरी प्याज मंडी परिसर में पहुंच चुकी है। इतनी भारी आवक ने जहां मंडी में रौनक बढ़ा दी है, वहीं किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें भी खिंच गई हैं। कारण दामों में आई अचानक गिरावट। पहले जो प्याज 1500-1800 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा था, अब 1000-1200 रुपए तक आ गया है। मंडी सचिव संतोष मोदी ने बताया कि बारिश के मौसम को देखते हुए प्याज की नीलामी और ढुलाई की व्यवस्था डोम के अंदर की जा रही है ताकि उपज को नुकसान न हो। साथ ही अतिरिक्त मजदूर भी बुलाए गए हैं, जिससे नीलामी प्रक्रिया तेज और व्यवस्थित हो सके। दाम घटे तो दिल भी टूटा, लेकिन भीड़ देख बोले चलो, कुछ तो बिके : भारी आवक का यह सिलसिला मुख्य रूप से मध्यप्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती गांवों से आ रहे ट्रकों के कारण है। किसानों का कहना है कि मौसम अच्छा रहा, इसलिए फसल भी बेहतर हुई, लेकिन बाजार ने उम्मीद से कम साथ दिया। पीपलखूंट के किसान रामस्वरूप बताते हैं, प्याज खूब हुआ है पर दाम गिरने से लागत निकलना भी मुश्किल है। कुछ किसान ऐसे भी हैं जो कीमत कम होने के बावजूद पूरी उपज बेचकर खाली हाथ लौटने से बेहतर मान रहे हैं कि कुछ दाम पर माल निकाल लें। व्यापारी वर्ग का कहना है कि अधिक आवक और सीमित मांग के कारण दाम नीचे गए हैं। प्रशासन ने मंडी परिसर में सुरक्षा, ट्रैफिक और बारिश से बचाव को लेकर जरूरी इंतजाम किए हैं। मंडी सचिव का कहना है कि यदि प्याज की आमद इसी तरह बनी रही तो अस्थायी शेड और अतिरिक्त नीलामी स्लॉट की व्यवस्था भी की जाएगी। वहीं, किसान मांग कर रहे हैं कि सरकार या कृषि उपज मंडी बोर्ड की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाए ताकि फसल की लागत निकल सके और नुकसान न हो।

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