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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश कर दिया। ये उनका लगातार सातवां बजट था। बजट के साथ ही देश भर में इसे लेकर रिएक्शन भी आने लगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बजट समृद्धि की राह पर ले जाने वाला बजट है। बीते 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से निकले हैं। नौजवानों को अनगिनत नए अवसर देने वाला बजट है। उधर, विपक्ष और I.N.I.D.A ब्लॉक से जुड़े नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना का नाम दिया है। राहुल गांधी ने X पर पोस्ट करते हुए इसे कुर्सी बचाओ और कांग्रेस के मैनिफेस्टो और पिछले सालों के बजट का कॉपी पेस्ट कहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री देने वाले राज्य यूपी को कुछ नहीं मिला है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि यह नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से डरा हुआ बजट है। इनका अपना विजन कुछ नहीं है। पीएम मोदी की बजट पर रिएक्शन की बड़ी बातें… पढ़िए किसने क्या-क्या कहा… बजट को आसान भाषा में समझने ये खबरें पढ़ें… इकोनॉमिक सर्वे पेश- GDP ग्रोथ 6.5 से 7% रहने का अनुमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया। सर्वे में कहा गया है कि सरकार ने LPG, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की। इससे रिटेल ईंधन महंगाई दर नीचे बनी रही। वहीं इसमें वित्त वर्ष 2025 के लिए GDP ग्रोथ 6.5 से 7% रहने का अनुमान लगाया गया है। इकोनॉमिक सर्वे में ये भी कहा गया है कि बढ़ती वर्कफोर्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए सालाना लगभग 78.5 लाख नौकरियां पैदा करने की जरूरत है। वित्त मंत्री ने आज यानी, सोमवार 22 जुलाई को लोकसभा में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया। पढ़ें पूरी खबर… मोदी बोले- संसद दल नहीं, देश के लिए है; विपक्ष ने पिछले सत्र में प्रधानमंत्री का गला घोंटा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा के पहले सत्र में विपक्ष के हंगामे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संसद दल के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए है। 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को चुना, पहले सत्र में उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा- विपक्ष ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए संसद के समय का इस्तेमाल किया। देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का प्रयास किया। ढाई घंटे मेरी आवाज दबाने की कोशिश की। लोकतांत्रिक परंपराओं में ऐसे आचरण का कोई स्थान नहीं हो सकता। इसका कोई पश्चाताप तक नहीं है। पूरी खबर पढ़ें… राहुल बोले- देश का एग्जामिनेशन सिस्टम फ्रॉड, शिक्षा मंत्री ने कहा- चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान NEET गड़बड़ी पर जमकर हंगामा हुआ। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग हुई। शिक्षा मंत्री बोले- मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट का जो भी निर्देश होगा हम उसे मानेंगे। कोर्ट ने सभी छात्रों के सिटी और सेंटर वाइज रिजल्ट जारी करने को कहा था, जो पब्लिक डोमेन में है। राहुल गांधी ने कहा- देश को दिख रहा है कि परीक्षा सिस्टम में बहुत सी कमी है। शिक्षा मंत्री ने सबकी कमी गिना दी, लेकिन अपनी नहीं गिनाई। हमारा एग्जाम सिस्टम फ्रॉड है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा- सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता। विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है, बेहद निंदनीय है। पूरी खबर पढ़ें…

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