दुकान से घर लौट रहा व्यक्ति एक हादसे का शिकार हो गया। सड़क किनारे टीपर चालक ने लापरवाही से गाड़ी का गेट खोला। उसी दौरान वहां से गुजर रह बाइक सवार व्यक्ति गेट से टकराकर सड़क पर गिर गया। वो संभल पाता उससे पहले ही सामने से आ रहे तेज रफ्तार बाइक सवार ने सड़क पर पड़े घायल पर गाड़ी चढ़ा दी। हादसे में गम्भीर घायल को इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। कृष्ण कुमार अग्रवाल (52) दादाबाड़ी के रहने वांले थे। उनकी तीन बत्ती सर्किल पर पान की दुकान थी। कृष्णकुमार देर रात 11 बजे करीब दुकान बंद करके अपने घर जा रहे थे। दुकान से 200 मीटर दूरी पर हादसा हुआ। हादसे की घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है। दोस्त विजय जैन ने बताया कि कृष्ण कुमार रोज दुकान बंद करने के बाद आसपास के दुकानदार दोस्तों से काफी देर तक बात करते थे। शनिवार को केवल 5 मिनट ही बात की। और बाइक से घर के लिए रवाना हो गए। उनके साथ भूपेंद्र माहेश्वरी भी थे। दोनों अलग बाइक पर बात करते हुए जा रहे थे। दुकान से 200 मीटर दूरी पर सड़क की सफाई का काम चल रहा था। वहां एक टीपर आकर रुका। ड्राइवर ने नीचे उतरने के लिए जैसे ही गेट खोला उसी दौरान कृष्ण कुमार का वहां से गुजरना हुआ। टीपर के गेट से टकराकर कृष्ण कुमार बाइक सहित सड़क पर गिर गए। भूपेंद्र ने बाइक रोकी। और कृष्ण कुमार को संभालने लगे। उसी दौरान दादाबाड़ी की तरफ से तेज रफ्तार बाइक सवार आया। उसने सड़क पर घायल पड़े कृष्ण कुमार पर बाइक चढ़ा दी। भूपेंद्र व कृष्ण कुमार को संभलने ला मौका भी नहीं मिला। कृष्ण कुमार को घायल हालात में इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल लाए। उनकी सिटी स्कैन सहित अन्य जांचे करवाई। सिटी में कुछ नजर नही आया। कृष्ण कुमार का ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा था। फिर सोनोग्राफी करवाई। थोड़ी देर बात उनकी मौत हो गई। सम्भवतया बाइक का टायर चढ़ने से उनके पेट में अंदरूनी चोट लगी जिससे शरीर के अंदर खून बहा। कृष्ण कुमार के एक बेटा व एक बेटी है। दोनों की शादी हो चुकी। बेटा मुंबई में जॉब करता है। कृष्ण कुमार सामाजिक कामों में हमेशा आगे रहते थे। वो काफी मिलनसार थे।