भीलवाड़ा में शनिवार सुबह 6 बजे से करीब एक घंटे हुई जोरदार बारिश ने शहर के कई इलाकों में बाढ़ के हालात बना दिया। कई जगह 4 फीट तक पानी भर गया। कार-बाइक पानी में डूब गई। कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। सब्जी मंडी में पानी का दरिया बह निकला। सड़कें लबालब हो गईं। घरों और दुकानों में पानी घुस गया। भीलवाड़ा में मानसून 25 जून से एक्टिव होने वाला था। लेकिन 7 दिन पहले मानसून की एंट्री हुई और पहली ही तेज बारिश ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। दरिया बन गई सड़कें… दैनिक भास्कर ने शहर के कई इलाकों का जायजा लिया। जो तस्वीरें सामने आईं, वे सवाल खड़े करती हैं… सुबह 6.25 बजे: योग कार्यक्रम की लोकेशन बदलनी पड़ी भीलवाड़ा शहर में योग दिवस पर बारिश का ऐसा संयोग हुआ कि योग के जिला स्तरीय कार्यक्रम की जगह ही बदलनी पड़ी। पहले ये प्रोग्राम चित्रकूट धाम नगर निगम में किया जाना था लेकिन बारिश के चलते इसे शांति भवन, (जैन स्थानक) मुख्य डाकघर के पास किया गया। सुबह 9:00 बजे- संकट मोचन हनुमान मंदिर सुबह 9 बजे के करीब संकट मोचन हनुमान मंदिर, हेड पोस्ट ऑफिस के बाहर, शांति भवन, आइनॉक्स मॉल के पीछे सड़कें लबालब हो गईं। हर जगह हालात विकट थे। चलने की जगह नहीं थी। कई जगह तेज गति से पानी बह रहा था। पानी से गुजरना खतरे से कम नहीं था। नाले और सड़कें एक हो गए। कई जगह एक फीट तक पानी भर गया। सुबह 11 बजे से भीलवाड़ा रोडवेज बस स्टैंड के बाहर के तालाब जैसा नजारा दिखा। यहां से गुजर रही एक कार गड्‌ढे में फंस गई। इसके बाद ड्राइवर कार छोड़कर दूर चला गया। रोडवेज बस स्टैंड के मेन गेट के पास यह घटना हुई। कार काफी देर तक फंसी रही। दो घंटे बाद उसे निकाला जा सका। बॉयज कॉलेज के बाहर भी हालात ऐसे ही नजर आए। पुराना भीलवाड़ा के बहाला एरिया में सड़कों पर दो से तीन फीट पानी भर गया। यहां खड़ी एक बाइक लगभग पानी में डूबी नजर आई। सुबह 11 बजे: शहर मार्केट नहीं खुल पाया भीलवाड़ा में मार्केट रोजाना सुबह 9 बजे तक खुल जाता है। लेकिन शनिवार की बारिश के कारण बाजार सुबह 11:00 बजे तक भी नहीं खुल पाया। जो जहां था वहीं ठहर गया। कई लोग बहुत जरूरी काम से निकले। ज्यादातर वो अधिकारी और कर्मचारी थे जो योग दिवस के चलते घरों से निकले थे। तेज बारिश के कारण रूटीन का काम प्रभावित हुई। शहर की मंडी में सुबह-सुबह रहने वाली चहल-पहल गायब थी। सब्जियों के ठेलों के ऊपर लगे तिरपाल से पानी की मोटी धाराएं कूद रही थी। यहां किसी खरीदार का नामोनिशान नहीं था। हर जगह पानी ही पानी था। दोपहर 1.17 बजे: सड़कें दरिया, ड्रेनेज फेल दोपहर 1:17 पर हम शहर के रामद्वारा रोड पर पहुंचे जहां बारिश रुकने के बाद भी काफी पानी भरा हुआ था। लोगों ने बताया कि यहां थोड़ी सी बारिश में काफी पानी भर जाता है। कई बार नगर निगम के अधिकारी को शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। थोड़ी सी बारिश बड़ी आफत लेकर आती है। इसके बाद हम महाराणा मार्केट की तरह पहुंचे। जहां ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी थी। इनका कहना था कि आज मौसम की पहली बारिश हुई है और धमाकेदार बारिश हुई है इसका हम जी भरकर आनंद लेंगे। दोपहर 1:25 बजे शहर में एक ग्रुप के कुछ युवा मिले। वे मौसम का एंजॉय कर रहे थे। बोले- बारिश के चलते शॉप और ऑफिस की छुट्टी रखी है। जी भरकर बारिश को एंजॉय करेंगे। बाजार में चार्ट पकौड़ी खाने आए थे। अब वाटर पार्क जाने का प्रोग्राम है। बारिश के मौसम सुहावना हुआ है तो उसे एंजॉय करेंगे। शहर के महावीर पार्क के बाजार में पानी भर गया। यहां से निकलने वाले टू व्हीलर चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोगों ने कहा-मुख्य बाजार में हालात बुरे हैं। कई निचले हिस्सों में घरों में पानी भर गया है। नगर निगम को इस और ध्यान देना चाहिए ध्यान देना चाहिए। शहर के सांगानेरी गेट क्षेत्र में नाले तूफान पर आगे 3 से 4 फीट पानी भर गया। पानी का भाव काफी तेज था। ऐसे में एक बाइक सवार बाइक सहित डूबने लगा तो लोगों ने उसे चिल्लाते हुए बाइक छोड़ने को कहा। युवक बाइक छोड़कर अलग हो गया। बाइक नाले के पानी के साथ बह गई। दोपहर 1.35 बजे: मेयर बोले- टीमें तैनात, बारिश में हर शहर में दिक्कत होती है दोपहर 12.30 से 1.30 बजे तक नगर निगम महौपार राकेश पाठक शहर के हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कहा- जोरदार बारिश हुई है। मैनुअल सफाई हुई है, लेकिन अत्यधिक बारिश होती है तो वो सड़कों पर आता ही है। नालियां घरों के पानी के लिए होती है। कमियां दूर करेंगे। सभी टीमें लगी हुई हैं। आपदा प्रबंधन टीम भी फील्ड में लगी हैं। कहीं पर किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने देंगे। लोग बारिश का आनंद उठा रहे हैं। मानसून अच्छा रहने वाला है। छोटी-मोटी समस्याएं हर शहर में होती हैं।

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