भीलवाड़ा में अवैध खनन में गिरे दो युवकों की मौत हो गई है। करीब 9 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद गुरुवार सुबह उनकी बॉडी बाहर निकाली गई। हादसा बुधवार शाम 6 बजे जिले के बागोर इलाके के अवैध फेल्सपार और क्वार्टज मिनरल की खान में हुआ। दोनों युवक करीब 150 फीट की गहराई में सैकड़ों टन पत्थर-मिट्टी के नीचे दब गए थे। सबसे पहले जानिए- कैसे हुआ हादसा पुलिस के अनुसार ये अवैध खान दादिया गांव के निकट चारागाह भूमि पर है। बुधवार शाम को भी यहां अवैध माइनिंग हो रही थी। अचानक ही पत्थर और मिट्टी ढह गई। इसमें पुरोहितों का खेड़ा निवासी उदयराम भील (25) और बाजिया खेड़ा में रहने वाला राजकुमार जाट (26) इसमें दब गए। हादसे की सूचना पुलिस को शाम 6 बजे मिली। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पहला शव आज सुबह करीब 6 बजे निकाला गया। दूसरा शव सुबह लगभग 9 बजे निकाला गया। करीब 6 घंटे बाद पहुंची एसडीआरएफ की टीम यह खदान करीब 150 से 200 फीट गहरी बताई जा रही है और पिछले लंबे समय से अवैध रूप से संचालित की जा रही है। हादसे के बाद मौके पर मौजूद मजदूर और खान संचालक ने इनको निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। वहीं, अजमेर से बुलाई गई राज्य आपदा प्रबंधन की टीम (SDRF) करीब 6 घंटे बाद रात को 12 बजे मौके पर पहुंची। इसके बाद रेस्क्यू शुरू हो सका। अधिकारियों का दावा- गहराई ज्यादा होने से समय लगा बागौर थाना प्रभारी भंवरलाल ने बताया कि श्रमिकों को निकालने के लिए हाइड्रोलिक क्रेन मंगवाई गई, लेकिन गहराई ज्यादा होने से सफलता नहीं मिली। गुरुवार सुबह पहले उदयलाल भील की फिर राजकुमार जाट की बॉडी निकाली गई। दोनों के शव भीलवाड़ा जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाए गए हैं। विधायक बोले- कांग्रेस नेता के इशारे से हो रहा अवैध खनन