झालावाड़| शहर में दिव्यांग मृतक पति की राशन की दुकान को लेने के लिए उसकी दिव्यांग पत्नी भटक रही है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। झालावाड़ निवासी दिव्यांगजन पिंकी बैरवा ने बताया कि उनके पति दिव्यांग केसरीलाल बैरवा के नाम से राशन की दुकान आवंटित थी, लेकिन बाढ़ में सरकारी गेहं भीग गए। इसी सदसे से उनकी मृत्यु हो गई। अब वह इस राशन की दुकान को लेने के लिए दर दर भटक रही हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। उनके पांच वर्ष का छोटा बच्चा है ऐसे में परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है। पिंकी बैरवा ने बताया कि सरकार के नियमानुसार पति की मृत्यु के बाद उनकी राशन की दुकान पत्नी, बेटे के नाम होती है। अभी तक पत्नी से राशन दुकान का लाइसेंस नहीं दे पा रहे हें। इसको लेकर कई बार रसद अधिकारी, कलेक्टर और मंत्री तक को अपनी पीडा सुना चुकी हूं, लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं हो रही है।

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