शहर की प्रतिष्ठित सांस्कृतिक संस्था वीणा पाणी कला मंदिर की ओर से राजस्थान के परंपरागत लोकनाट्य ‘जयपुर तमाशा’ के ‘रांझा हीर’ आख्यान का मंचन ब्रह्मपुरी के छोटा अखाड़ा में किया जाएगा। होली के अवसर गुरुवार को दोपहर 1 बजे होने वाले इस आयोजन का निर्देशन प्रसिद्ध तमाशा गुरु वासुदेव भट्ट करेंगे, जबकि लेखन की जिम्मेदारी तमाशा जनक बंशीधर भट्ट ने निभाई है। वर्षों से जयपुर की सांस्कृतिक पहचान बन चुके इस तमाशे में इस बार राजनीतिक घटनाओं और सामाजिक मुद्दों पर करारा कटाक्ष किया जाएगा। दादी शब्द विवाद, राजस्थान में नई भजनलाल सरकार का कामकाज, स्थानीय विधायक की कार्यशैली, हवामहल क्षेत्र की समस्याएं, केजरीवाल की हार, महाकुंभ, जयपुर में IIFA अवॉर्ड्स और सफाई व्यवस्था जैसे मुद्दों को कथा से जोड़ते हुए व्यंग्यपूर्ण शैली में प्रस्तुत किया जाएगा। कलाकारों की सशक्त प्रस्तुति तमाशे में रांझा की भूमिका रंगकर्मी एवं तमाशा कलाकार तपन भट्ट निभाएंगे, वहीं हीर की भूमिका में विनत भट्ट नजर आएंगी। चितरंगा की भूमिका विशाल भट्ट निभाएंगे, जबकि अन्य प्रमुख किरदारों में डॉ. सौरभ भट्ट, डॉ. कपिल शर्मा, संवाद भट्ट, अभिनय भट्ट और झिलमिल भट्ट शामिल होंगे। तमाशा निर्देशक वासुदेव भट्ट के अनुसार, इस आयोजन के दौरान संगीत क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले पंडित आलोक भट्ट को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, तमाशा के सात वरिष्ठ दर्शकों को भी सम्मानित कर लोकनाट्य परंपरा के प्रति उनके प्रेम को सराहा जाएगा। संस्था ने जयपुरवासियों और कलाप्रेमियों से अपील की है कि वे इस अनूठी सांस्कृतिक प्रस्तुति का हिस्सा बनें और जयपुर की पारंपरिक लोकनाट्य परंपरा को जीवंत बनाए रखने में सहयोग करें।