राजस्थान में पुलिस और परिवहन विभाग के बीच अवैध वसूली को लेकर गंभीर विवाद सामने आया है। धौलपुर में एसपी द्वारा परिवहन विभाग के दो इंस्पेक्टरों को पूरी रात थाने में बिठाए जाने की घटना के बाद प्रदेश भर के परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल का सीधा असर सरकारी खजाने पर पड़ रहा है, जिससे प्रतिदिन लगभग 10 करोड़ रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जो पुलिस विभाग के प्रमुख हैं और उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद जो परिवहन विभाग के मुखिया हैं, दोनों विभागों के बीच अवैध वसूली को लेकर गंभीर मतभेद चल रहा है। विशेष रूप से धौलपुर में, जहां पुलिस और परिवहन विभाग की चौकियां एक-दूसरे के नजदीक हैं, दोनों विभाग वाहनों से वसूली को लेकर आमने-सामने हैं। कांग्रेस सरकार ने सभी चेक पोस्ट बंद कर दी थीं, लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद परिवहन विभाग ने फिर से चेक पोस्ट शुरू कर दी हैं। खाचरियावास ने सरकार से मांग की है कि वह स्पष्ट करें कि इस विवाद में एसपी की कार्रवाई उचित थी या परिवहन विभाग के अधिकारियों का पक्ष सही है। उन्होंने सरकार की निष्क्रियता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश में ‘पोपाबाई का राज’ चल रहा है, जहां जनता की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।