रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के मुख्य जोन एक से पांच फिलहाल 3 माह के लिए बंद है। यहां पर पर्यटन गतिविधियों पर रोक है। जिसके चलते पर्यटक अब रणथम्भौर के बाहरी जोन 6 से 10 में रूख कर रहे हैं। यहां पर बाघ टी 58 रॉकी मेल की टेरिटरी पर एक नए बाघ का कब्जा हो गया है। हाल ही में रॉकी मेल की मौत हो गई थी। इसके बाद जोन नंबर आठ में बाघ की कमी खल रही थी। इसके बाद अब बाघिन टी 105 नूरी और बाघ टी 101 के शावक ने जोन नम्बर दो से जोन नम्बर आठ का रूख किया है। बाघ 2310 अपनी टेरिटरी बनाने के लिए जोन नंबर आठ में पहुंचा है। यहां पहुंचकर बाघ ने अपनी टेरिटरी बना ली है। इन दिनों यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ 2310 को खूब लुभा रहा है। इन दोनों बाद पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है यहां बाघ सांभर का शिकार वह अन्य एक्टिविटी करता हुआ दिखाई दे रहा है। जिसे देखकर यहां आने वाले पर्यटक खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। पर्यटक बाघ की इन एक्टिविटिज को कैमरे में कैद भी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है रणथम्भौर में सबसे बड़ी टेरेटरी के मालिक बाघ टी-58 रॉकी मेल की हाल ही में मौत हो गई थी। बाघ का शव हिंदवाड गांव के पास वनकर्मियों को मिला था। जिसके बाद जोन नम्बर आठ को अब नया मेल टाइगर मिल गया है। यहां मेल टाइगर मिलने के बाद बाघ और बाघिन का जोड़ा बनने से बाघों के कुनबे बढ़ोतरी की संभावना बढ़ी है।