राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन ने रोडवेज प्रबंधन पर उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा के निर्देशों की पालना नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया है। वेतन और पेंशन समय पर नहीं मिलने से कर्मचारी परेशान है। ऐसे में फेडरेशन ने मैनेजमेंट पर सवाल उठाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। फैडरेशन अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने बताया- निगम प्रबंधन को 4 महीने से अधिक समय हो गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस योजना धरातल पर नहीं आई है। राजस्व बढ़ाने के बड़े दावे किए गए थे, लेकिन वेतन और पेंशन समय पर देने में प्रबंधन विफल साबित हुआ है। उन्होंने बताया- 25 सितंबर 2024 से 1 अक्टूबर 2024 तक कर्मचारियों की विभिन्न मांगों और निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद उप मुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री डॉ. बैरवा की अध्यक्षता में फैडरेशन और निगम प्रबंधन के साथ बात हुई थी। बातचीत के बाद 14 बिंदुओं पर कार्यवाही के लिए उप मुख्यमंत्री कार्यालय से लिखित आदेश जारी किए गए थे, लेकिन निगम प्रबंधन ने अब तक इन निर्देशों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। फैडरेशन का मानना है कि राज्य सरकार के निर्देशों की अनदेखी करना गंभीर विषय है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि आवश्यक हुआ तो आंदोलनात्मक कदम उठाए जाएंगे। इस बीच, फैडरेशन की प्रदेश कार्यसमिति की पहली बैठक 8-9 फरवरी 2025 को कोटा में श्री राम मंदिर, रेलवे स्टेशन के पास आयोजित की जाएगी। इस दो दिवसीय बैठक में आगामी कार्यक्रमों की रणनीति तय की जाएगी और महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। बैठक में भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमाकांत सचान, भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह डाबी और फैडरेशन के प्रभारी विजय सिंह बाघेला मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्यों के साथ राजस्थान के सभी आगारों के प्रतिनिधि और शाखा सचिव भी बैठक में शामिल होंगे।