NEET UG परीक्षा रद्द होगी या नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को भी फैसला नहीं हो सका। कैंडिडेट्स को अभी और इंतजार करना होगा। आज भी 4 घंटे सुनवाई चली। इस दौरान अदालत ने NTA को निर्देश दिया कि वह सभी कैंडिडेट्स के रिजल्ट (मॉर्क्स) शनिवार दोपहर 12 बजे तक वेबसाइट पर अपलोड करे। मार्क्स सेंटरवाइज और सिटीवाइज होना चाहिए।
कोर्ट ने कहा, ‘ रिजल्ट अपलोड करते वक्त उम्मीदवार की पहचान जाहिर ना की जाए। हम सोमवार, 22 जुलाई को सुबह 10.30 बजे अगली सुनवाई शुरू करेंगे। ताकि दोपहर तक हम निष्कर्ष निकाल सकें। हम बिहार पुलिस रिपोर्ट की एक कॉपी भी चाहते हैं।’
सुप्रीम कोर्ट में 18 जुलाई को तीसरी सुनवाई थी
NEET में गड़बड़ी से जुड़ी 40 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को तीसरी सुनवाई थी। इससे पहले 8 जुलाई और फिर 11 जुलाई को हुई थी। CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की डिवीजन बेंच मामले की सुनवाई कर रही है।
सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलीलें रखीं। याचिकाकर्ता के वकील एडवोकेट नरेंद्र हुड्डा हैं।
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 2 1721298504](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/18/_1721298504.jpg)
कोर्ट रूम में सुनवाई के मिनट-टु-मिनट अपडेट सिलसिलेवार पढ़िए
अपडेट्स
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- सरकार को कितना रेवेन्यू मिलता है
CJI ने सॉलिसिटर जनरल से पूछा: NEET के जरिए से सरकार को कितना रेवेन्यू मिलता है? सॉलिसिटर जनरल: लगभग 400 करोड़ रुपए, जिसमें से 300 करोड़ रुपए खर्च हो जाते हैं। CJI: और आपने क्वेश्चन पेपर्स के ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कूरियर कंपनी को दे दी है?
कोर्ट रूम LIVE
CJI : मिस्टर हुड्डा, हमें बताएं क्या हजारीबाग और पटना के बाहर भी ऐसी घटनाएं हुई हैं ?
हुड्डा : गोधरा में यह सहमति बनी थी कि ज्योग्राफी के लेक्चरर तुषार भट्ट ब्लैंक OMR शीट भरेंगे। कॉमन सेन्स कहता है कि भूगोल का शिक्षक इसे तब तक नहीं फिल कर सकता जब तक कि पेपर लीक न हो जाए।
कोर्ट रूम LIVE
CJI : 5 मई से पहले क्वेश्चन पेपर सॉल्व कर लिया गया था। तो इसका मतलब लीक 4 मई की रात से पहले हुआ है। सवाल यह है कि पेपर लीक कब हुआ?
CJI : पेपर लीक होने की दो संभावनाएं हैं। एक तो बैंकों की कस्टडी से पहले, यानी 3 मई से पहले हुआ। दूसरा, यह लीक तब हुआ जब पेपर्स बैंकों से निकालकर सेंटर्स के लिए भेजे जा रहे थे।
CJI : आपके अनुसार लीक कब हुआ?
SG : कोई लीक नहीं हुआ है।
CJI : ठीक है, गड़बड़ी कब हुई?
SG : गड़बड़ी एक विशेष सेंटर पर हुई। सुबह 8.02 बजे से 9.23 बजे के बीच एक व्यक्ति अंदर जाता है, पेपर की तस्वीरें लेता है और बाहर आ जाता है।
CJI : मान लीजिए कि ऐसा होता है, तो आपके अनुसार स्टूडेंट्स को सुबह 10.15 बजे पेपर मिला। 180 क्वेश्चन्स हैं। क्या यह संभव है कि कोई क्वेश्चन सॉल्वर 9.30 से 10.15 के बीच यानी 45 मिनट में छात्रों के सामने पेपर सॉल्व करके रख दें?
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा (याचिकाकर्ता के वकील) : टेलीग्राम वीडियो से पता चलता है कि 4 मई को क्वेश्चन पेपर्स सर्कुलेट हो रहे थे। यह ओरिजिनल क्वेश्चन पेपर था। समय सुबह 9 बजे है।
हुड्डा : उन्होंने बिना किसी सुरक्षा गार्ड के ई-रिक्शा में पेपर ले जाए हैं।
SG : ये OMR शीट हैं, क्वेश्चन पेपर नहीं।
CJI : मिस्टर सॉलिसिटर, NEET पेपर भेजने के लिए क्या आप एक प्राइवेट कूरियर कंपनी को नियुक्त करते हैं?
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा (याचिकाकर्ता के वकील) : सोशल मीडिया के नेचर को देखते हुए, लीक हुए पेपर्स के प्रसार और लाभार्थियों का सटीक तरीके से पहचान करना असंभव है।
हुड्डा : NTA ने कल दायर लिखित नोट में इस बारे में बात नहीं की है।
CJI : पेपर लीक करने का उद्देश्य NEET एग्जाम को नेशनल लेवल पर तमाशा बनाना नहीं है। लोग पैसे के लिए ऐसा कर रहे थे। जो कोई भी इससे पैसा कमा रहा है, वह इसे बड़े पैमाने पर सर्कुलेट नहीं करेगा।
CJI : इसे टेलीग्राम चैनल पर कब डाला गया?
NTA : टेलीग्राम के वीडियो से छेड़छाड़ हुई थी। इसे एडिट किया गया था।
SG (सरकारी वकील) : टेलीग्राम चैनल में इन्बिल्ट फीचर है। अगर कोई चेंज किया जाता है, तो यह दिखाई देगा। उससे पता चलता है कि यह एग्जाम के बाद सर्कुलेट किया गया था। 5 मई को शाम 5:40 बजे ये वीडियो सामने आया।
कोर्ट रूम LIVE
CJI : आपका तर्क है कि लीक व्यापक और व्यवस्थित है।
हुड्डा (याचिकाकर्ता के वकील) : NTA ने एग्जाम कंडक्ट करने में सिस्टेमेटिक फेल्योर की है। फेल्योर मल्टीडायमेंशनल है।
- क्वेश्चन पेपर्स के ट्रांसपोर्टेशन में समझौता हुआ।
- 6 दिनों तक क्वेश्चन पेपर्स एक निजी कूरियर कंपनी के हाथों में रहे।
- क्वेश्चन पेपर्स को हजारीबाग में एक ई-रिक्शा में ले जाया गया। इसे बैंक ले जाने के बजाय ई-रिक्शा चालक स्कूल ले गया।
- ई-रिक्शा पर पेपर ले जाते हुए तस्वीरें हैं और स्कूल के प्रिंसिपल को लीक के लिए गिरफ्तार किया गया था। वह NTA और सिटी कोऑर्डिनेटर का हिस्सा थे।
- टेलीग्राम वीडियो से पता चलता है कि सॉल्व्ड पेपर 4 मई को ही प्रसारित किए जा रहे थे।
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा ने NTA के हलफनामे को पढ़ते हुए कहा कि हजारीबाग के लिए 28 अप्रैल को डिस्पैच किया गया था।
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 3 gswhiugwgaaymu 1721293961](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/18/gswhiugwgaaymu_1721293961.png)
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा : अब आते हैं चेन ऑफ कस्टडी पर।क्वेश्चन पेपर्स 24 अप्रैल को एक निजी कूरियर कंपनी के जरिए केंद्रों पर भेजे गए थे। यह 3 मई को SBI और केनरा बैंक में पहुंचा।
CJI : 571 शहरों में SBI और केनरा बैंक में क्वेश्चन पेपर भेजे गए थे। 24 अप्रैल को भेजे गए और 3 मई को मिले। टाइम गैप लगभग 9 दिन है।
SG : CBI ने प्रिंटर से लेकर सेंटर तक की पूरी चेन की जांच की है, सीलिंग कैसे हुई, GPS ट्रैकिंग कैसे हुई, डिजिटल लॉकर कैसे हैं, मैंने इसकी जानकारी दे दी है। 7 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था है।
हुड्डा : इसे 28 अप्रैल को भेजा गया था
CJI : आपने 24 अप्रैल कहा था।
हुड्डा : हजारीबाग के लिए।
CJI : क्या डिस्पैच की तारीख सभी केंद्रों के लिए एक थी?
SG : मैं आपको सिस्टम समझाता हूं। दो प्रिंटिंग प्रेस हैं, क्योंकि दो पेपर सेट हैं।
CJI : तो दोनों प्रिंटिंग प्रेस ने 24-28 अप्रैल के बीच पेपर बांटना शुरू कर दिया।
कोर्ट रूम LIVE
CJI : हुड्डा जी, आप अपने पक्ष में और क्या कहना चाहेंगे ?
हुड्डा : एग्जाम का सिलेबस बढ़ा है। NTA ने एग्जाम से सिर्फ 5 महीने पहले सिलेबस बढ़ा दिया। इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है।
कोर्ट रूम LIVE
SG : IIT रिपोर्ट में जयपुर नहीं दिखा क्योंकि पिछले साल की तुलना में टॉपर्स की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी।
हुड्डा: अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने वाले कैंडिडेट्स को इतने बड़े डेटा के एनालिसिस से नहीं पकड़ा जा सकता। उन्होंने अपने हिसाब से एक सैंपल दिया है।
हुड्डा : पिछले सालों की तुलना में 550 से 720 स्कोर करने वाले कैंडिडेट्स की संख्या में 77,000 का इजाफा हुआ है।
CJI : 2022-24 के बीच रजिस्ट्रेशन करने वाले कैंडिडेट्स की संख्या 33% बढ़ी। क्या ये पेपर लीक का संकेत हो सकता है ?
हुड्डा : ये साफतौर पर रेड फ्लैग है।
कोर्ट रूम LIVE
CJI : क्या ये आदेश केवल एक उम्मीदवार के लिए था? SG : हमें कई रिप्रजेंटेशन मिले, इसलिए हमने सोचा विंडो दोबारा ओपन करें।
CJI : यह आदेश केवल एक स्टूडेंट के लिए था, जिसने फीस नहीं दी थी। NTA क्या करता है? NTA सभी को एप्लिकेशन करने की अनुमति देता है।
लंच के बाद सुनवाई शुरू हुई
CJI की बेंच ने 2 बजे से मामले की सुनवाई दोबारा शुरू कर दी है।
लंच के बाद होगी सुनवाई
NEET केस की सुनवाई लंच ब्रेक के कारण रोक दी गई है। अब 2 बजे फिर से इस पर सुनवाई होगी।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: क्या हमारे पास कोई डेटा है कि एक लाख आठ हजार में से कितने छात्रों ने अपना सेंटर बदला? हम पैटर्न देखना चाहेंगे और क्या किसी खास क्षेत्र में परिवर्तन हुआ था? क्या 9 से 10 अप्रैल के बीच सेंटर बदलने वाले कैंडिडेट्स की संख्या बढ़ी?
याचिकाकर्ता के वकील मैथ्यूज नेदुम्परा: चर्चा दूसरी तरफ जा रही है। एकमात्र मुद्दा यह है कि क्या रीएग्जाम होना चाहिए या नहीं?
CJI: नहीं, यह चर्चा जरूरी है।
नेदुम्पारा ने IIT रिपोर्ट को झूठ कहा। CJI ने आपत्ति जताई: किसी प्रमुख संस्थान के खिलाफ केवल विशेषणों का प्रयोग न करें। हमें फैक्ट्स दीजिए।
कोर्ट रूम LIVE
NTA: NCERT किताबों में बदलाव की वजह से 44 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स मिले और इन्होंने 720/720 मार्क्स हासिल किए। रीएग्जाम के बाद टॉपर्स की संख्या 67 से घटकर 61 हुई। ऑल इंडिया रैंक 1 पर सिर्फ 17 स्टूडेंट्स हैं।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: तो अब 61 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिले हैं। तो क्या टॉप 100 के सेंटर बदलने के मामले हैं ? हमें बताएं कि 23.33 लाख में से कितने छात्रों ने अपने सेंटर बदले हैं।
NTA: यह एग्जाम सेंटर केवल वर्तमान निवास और स्थायी निवास के आधार पर दिए जाते हैं।
CJI: तो केवल इन दोनों के बीच, इसलिए एक बार रजिस्ट्रेशन होने के बाद आप केंद्र नहीं बदल सकते?
NTA: कुछ छात्र करेक्शन विंडो में सेंटर बदलते हैं, लेकिन इसकी पूरी जानकारी नहीं मिलती।
CJI: तो आपके पास ओरिजिनल सेंटर और बदले हुए सेंटर की डिटेल नहीं है?
NTA: फिलहाल, सिस्टम से ये डेटा नहीं मिल सकता।
NTA : 15,000 स्टूडेंट्स ने करेक्शन विंडो का इस्तेमाल किया।
CJI: इन 15,000 में से कितने लोगों ने सेंटर बदले और ये विंडो कितने दिनों तक खुली थी ?
NTA : सेंटर एग्जाम के दो दिन पहले ही दिए जाते हैं। किसी को इसकी जानकारी नहीं होती।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: मैंने टॉप 100 की रिपोर्ट देख ली है। इससे पता चलता है कि टॉप 100 रैंक वाले 12 राज्यों और एक UT से हैं। हमें यह देखना होगा कि रीएग्जाम देने वाले 1563 में से कितने लोग टॉप 100 में आते हैं। यह हमें NTA बताएगा।
SG: पहले 100 में- देश भर के 18 राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों, 56 शहरों में, 95 केंद्रों के हैं।
CJI: 67 छात्र जिन्होंने 720/720 अंक हासिल किए उनके बारे में बताएं।
SG: दोबारा परीक्षा के बाद इनकी संख्या कम हो गई है।
CJI: रीएग्जाम देने वाले 1563 में से 720 अंक पाने वाले कितने थे?
NTA: 44
कोर्ट रूम LIVE
CJI: टॉप रैंकर गुंटर से हैं।
NTA: हां।
हुड्डा: जयपुर के 9 लोग हैं, जिन्हें IIT ने अपनी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया है।
SG: रिपोर्ट का मकसद सिर्फ ये बताना कि टॉपर्स देशभर से हैं, किसी एक शहर या सेंटर से नहीं।
हुड्डा: बहादुरगढ़ के एक हरदयाल स्कूल की एक विशेष कहानी है। वहां से 6 टॉपर्स थे। बहादुरगढ़ में जो हुआ वह भयावह है। NTA ने कभी इस बात का खुलासा नहीं किया कि केनरा बैंक से लिया गया प्रश्न पत्र कैसे बांटा गया था। कोई देरी नहीं हुई। स्कूल के प्रिंसिपल के रिकॉर्ड में यह बात दर्ज है कि उन्होंने एसबीआई और केनरा बैंक से क्वेश्चन पेपर कलेक्ट किए थे।
पूरे देश में SBI से पेपर दिया गया, लेकिन हरदयाल स्कूल में केनरा बैंक से पेपर दिया गया। प्रिंसिपल का कहना है कि निर्देश यह था कि छात्रों को केनरा बैंक का पेपर करने दिया जाए। उन्होंने स्कूल में सभी को ग्रेस मार्क्स दिए। ग्रेस मार्क्स की वजह से 6 लोगों को 720/720 मार्क्स मिले, एक ही सेंटर के दो लोगों को 718 अंक मिले।
कोर्ट रूम LIVE
CJI : क्या आप टॉप 100 की डिटेल दे सकते हैं ?SG: इस चार्ट में देख सकते हैं कि टॉप 100 रैंकर्स किन शहरों से हैं ?
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा: 571 शहर हैं। रिपोर्ट कहती है कि टॉपर्स समान रूप से फैले हुए हैं, लेकिन जो डेटा NTA देता हैं वो सिर्फ 17 स्टूडेंट्स का है। वे क्यों कतरा रहे हैं? यदि उन्होंने टॉप 100 कैंडिडेट्स का एनालिसिस किया है तो कम से कम टॉप 100 का डेटा तो देना चाहिए। सिर्फ 17 का दिया है।
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा: पहला 23 लाख छात्रों का कर्व है और वे कहते हैं कि यह बेल शेप का है। कोई भी बड़े पैमाने की परीक्षा में ये यही ट्रेंड होगा और इसलिए कोई असामान्यता नहीं है। लीक की बात स्वीकार की गई है, लेकिन वे बेल आकार के कर्व और बहुत बड़े डेटा का हवाला दे रहे हैं। इतने बड़े डेटा के साथ माइक्रो लेवल पर हुई गड़बड़ी का पता नहीं लगाया जा सकता।
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा: NTA मार्क्स में बढ़ोतरी के लिए दो कारण बता रहा है। एक कैंडिडेट्स की संख्या में बढ़ोतरी और दूसरा सिलेबस कम किया जाना।
इस बात की कोई सुगबुगाहट तक नहीं है कि सिलेबस कम नहीं किया गया है बल्कि बढ़ा है। हम इसके रिकॉर्ड देंगे।
कोर्ट रूम LIVE
SG: NTA ने NEET के रिजल्ट का सिटी वाइज और सेंटर वाइज एनालिसिस किया है।
SG: IIT चेयरमैन ने प्रोफेसर गोपालकृष्णन को NTA की बैठकों में भाग लेने के लिए नियुक्त किया था। यहां किसी गड़बड़ी का कोई सवाल ही नहीं उठता।
CJI: क्या हम IIT मद्रास की एनालिटिक्स रिपोर्ट देख सकते हैं?
कोर्ट रूम LIVE
SG: जो भी IIT JEE कंडक्ट कर रहा है, वह NTA का हिस्सा होता है। लेकिन इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले निदेशक सदस्य नहीं हैं।
CJI: JEE 2024 IIT मद्रास ने कंडक्ट किया था?
SG: इस साल IIT मद्रास ने एग्जाम कंडक्ट किया था।
CJI: तो इस साल, JEE एडवांस का एग्जाम IIT मद्रास ने लिया था ?
SG: हां।
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा: आईआईटी मद्रास के निदेशकों में से एक NTA की गवर्निंग बॉडी का सदस्य है। उन्होंने पूरा नंबर लेकर डेटा एनालिटिक्स कराया है।
यदि डेटा एनालिटिक्स को 23 लाख के लिए चलाया जाना है, तो किस स्तर पर, यदि 10,000 या 20,000 लोग इसमें घुस गए हैं, तो आप किसी भी असामान्यता का पता नहीं लगा सकते हैं। इस प्रक्रिया को 1 लाख आठ हजार लोगों पर लागू करना सही प्रक्रिया थी।
23 लाख छात्रों के प्रदर्शन पर आधारित आईआईटी मद्रास का एनालिटिक्स विश्वसनीय नहीं है और यह एनालिटिक्स 1 लाख आठ हजार उम्मीदवारों के आधार पर किया जाना चाहिए था, जिन्हें प्रवेश मिलेगा।
हुड्डा: IIT मद्रास की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
CJI: आपके मुताबिक इसे 1 लाख आठ हजार के आंकड़े पर करना होगा।
हुड्डा: चूंकि IIT मद्रास के निदेशक NTA की गवर्निंग बॉडी के सदस्य हैं, इसलिए टकराव है।
SG: यह तथ्यात्मक रूप से गलत है।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: याचिकाकर्ताओं ने मिनिमम कितने मार्क्स हासिल किए हैं ?
सॉलिसिटर जनरल: 131 छात्र ऐसे हैं, जो 1 लाख आठ हजार के अंदर नहीं आते हैं, जो दोबारा परीक्षा चाहते हैं। 254 ऐसे छात्र हैं जो 1 लाख आठ हजार के अंदर आते हैं, जो दोबारा परीक्षा का विरोध कर रहे हैं।
CJI: 56,000 (सरकारी सीटें) और 1 लाख आठ हजार के लिए कट-ऑफ मार्क क्या है?
वकील संजय हेगड़े: 50% कट ऑफ स्कोर है। 164 कट-ऑफ मार्क है। लगभग आधे याचिकाकर्ताओं के पास सीट आवंटित होने की योग्यता है। प्रवेश एक गतिशील प्रक्रिया है, कुछ आईआईटी का रुख कर सकते हैं। आंकड़े नीचे आ सकते हैं।
कोर्ट रूम LIVE
CJI ने NTA के वकील से कहा: हमें बताएं कि याचिकाकर्ता में कितने छात्र शामिल हैं।
सीनियर वकील हेगड़े: कुछ लोग जो 1 लाख आठ हजार में शामिल हैं, वे भी अदालत में हैं क्योंकि वे सरकारी सीटें चाहते हैं।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: मेरे भाई जस्टिस पारदीवाला जानना चाहेंगे कि 1 लाख आठ हजार में से हमारे सामने कितने याचिकाकर्ता हैं?
हुड्डा: वो तो NTA ही बता सकता है।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: 38 में 6 ट्रांसफर याचिकाएं शामिल हैं।
NTA: हां, 32 व्यक्तिगत याचिकाएं हैं।
CJI: लंच के दौरान बताएं कि कितने छात्रों ने कोर्ट का रुख किया है?
जस्टिस पारदीवाला: जो परीक्षा चाहते हैं वे 1,08,000 से कम हैं?
CJI: नहीं नहीं ऐसा नहीं हो सकता।
कोर्ट रूम LIVE
हुडा: हम साबित कर देंगे कि इस मामले में आप दागी और बेदाग छात्रों को अलग नहीं कर सकते।
CJI: हां, उस स्थिति में पूरी परीक्षा देनी होगी, लेकिन इससे पहले कि हम अधिकारियों के पास जाएं, आपको हमारे सामने मौजूद तथ्यों पर गौर करना होगा।
हुडा: मुझे तथ्यों को संक्षेप में बताने दीजिए
CJI: 1,08,000 में से हमारे सामने कितने याचिकाकर्ता हैं?
NTA: कुल 38 याचिकाएं हैं।
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा: सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 56,000 सीटें और निजी मेडिकल कॉलेजों में 53,000 सीटें हैं। तो 1 लाख 8000 री एग्जाम है। नहीं 23 लाख, बाकी 22 लाख क्वालिफाई नहीं हुए।
सीजेआई: मुद्दा यह है कि अगर कोई वैध तरीके से 1,08,000 में शामिल नहीं हुआ तो क्या होगा।
हुडा: लेकिन ये सभी 22 लाख एक मौका चाहेंगे।
सीजेआई: हम सिर्फ इसलिए दोबारा परीक्षा का आदेश नहीं दे सकते क्योंकि वे दोबारा परीक्षा देना चाहते हैं। ऐसा तभी हो सकता है जब परीक्षा की शुचिता प्रभावित हुई हो।
धूलिया जे: आप मुझे बताएं कि आपने केवल दो मामलों का उल्लेख किया है। उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाला कोई पत्रकार उस राज्य का नहीं बल्कि दिल्ली का है। उन्होंने एक खास मामले का जिक्र किया है जो हमारे दिमाग के लिए भी बहुत अच्छा नहीं है। उसे हिरासत में कैसे रखा जा सकता है? क्या वह इस देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा है?
वरिष्ठ वकील लूथरा ने यूट्यूबर को हिरासत में लेने के लिए अदालत को आधार बनाया।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: अगर हम दोबारा जांच के लिए सहमत नहीं हैं तो हम जानना चाहेंगे कि और क्या जांच की जरूरत है।
हुडा: मैंने कुछ वैकल्पिक सुझाव दिए हैं। उन्होंने पूरा रिजल्ट घोषित नहीं किया है और केवल 100 लोगों का रिजल्ट घोषित किया है।
कोर्ट रूम LIVE
हुड्डा: सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सीबीआई को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करनी थी। इसकी कॉपी हमें भी मिलनी थी।
CJI: यह कोई सीलबंद लिफाफे की प्रक्रिया नहीं है, लेकिन अगर सीबीआई ने हमें जो बताया है, उसका खुलासा हो जाएगा तो जांच बाधित हो जाएगी। निवारण संभव नहीं है। हुडा जी हमें बताएं कि लीक इतना व्यवस्थित है और इसने देशभर में परीक्षा को इस तरह प्रभावित किया है कि परीक्षा रद्द करनी पड़ी है।
कोर्ट रूम LIVE
SG मेहता: हमने दूसरी स्टेटस रिपोर्ट पेश की है।
CJI: हमने रिपोर्ट देखी है।
कोर्ट रूम LIVE
वरिष्ठ वकील नरेंद्र हुड्डा ने मुख्य याचिकाकर्ता (वंशिका यादव और अन्य vs यूनियन) में अपना पक्ष रखना शुरू किया।
कोर्ट रूम LIVE
याचिकाकर्ता के वकील: कैंडिडेट्स की OMR शीट भी बदली गई है।
CJI: हम पहले मामले की सुनवाई करेंगे।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: बहस कौन शुरू करेगा? OMR के संबंध में आप HC क्यों नहीं जा सकते? रिट याचिका क्यों?
याचिकाकर्ता के वकील: 2021 में HC ने मेरे खिलाफ फैसला सुनाया, यहां तक कि SLP में भी मैं दोबारा उपस्थित नहीं हो सकता.. इसमें मुझे फिर से उपस्थित होने की अनुमति दी जा सकती है
CJI: हम कहेंगे कि HC का आदेश अंतिम रूप ले चुका है और आप एक मौका ले रहे हैं।
कोर्ट रूम LIVE
CJI: इनकम टेक्स के मामलों की सुनवाई हम करेंगे, लेकिन पहले सामाजिक प्रभाव वाले NEET केस को सुनेंगे।
कोर्ट रूम LIVE
SG तुषार मेहता: इसे कल के लिए भी रखा जा सकता है
CJI: हम आज NEET मामले को खोलेंगे। लाखों युवा छात्र इसका इंतजार कर रहे हैं। आइए हम सुनवाई करें और फैसला करें।
आइए आज ही शुरू करें।
CJI बोले- NEET पर चर्चा जरूरी
सॉलिस्टर जनरल ने कल सुनवाई की मांग की तो CJI ने कहा कि NEET पर चर्चा जरूरी है। आज इस मुद्दे को लिस्ट किया गया है। आज इस पर सुनवाई होगी।
NEET पेपर लीक- पटना AIIMS के 4 मेडिकल स्टूडेंट हिरासत में
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 7 comp 18 11721275259 1721282721](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/18/comp-18-11721275259_1721282721.gif)
NEET UG पेपर लीक मामले मे सीबीआई ने बुधवार को पटना AIIMS के चार मेडिकल स्टूडेंट को हिरासत में लिया है। सीबीआई टीम चारों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। सीबीआई की टीम ने जिन मेडिकल स्टूडेंट को हिरासत में लिया है। उनमें से तीन (चंदन कुमार, राहुल कुमार और करण जैन) 2021 बैच के हैं। वहीं कुमार शानू 2022 बैच के हैं, फिलहाल सेकंड ईयर के स्टूडेंट हैं। इनके रूम को भी सीबीआई ने सील कर दिया है। पूरी खबर पढ़ें
पहली सुनवाई में कोर्ट ने माना था पेपर लीक हुआ
8 जुलाई को हुई मामले की पहली सुनवाई में बेंच ने कहा था कि ये स्पष्ट है कि पेपर लीक हुआ है। ये कितना व्यापक है, ये जानने के बाद ही रीएग्जाम पर फैसला लिया जा सकेगा।
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 8 neet 1 1720677570](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/11/neet-1_1720677570.jpg)
सुप्रीम कोर्ट में CBI ने देरी से जमा किया NEET पर हलफनामा
NEET मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एग्जाम से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स से 10 जुलाई शाम 5 बजे तक रिपोर्ट मांगी थी।
CBI ने 11 जुलाई को कोर्ट में हलफनामा जमा किया था। रजिस्ट्री ने कहा था कि तय समय से देरी के बाद हलफनामा जमा करने को लेकर कोर्ट से चर्चा करें।
हालांकि, बेंच के जस्टिस जे बी पारदीवाला ने कहा कि उन्होंने CBI की रिपोर्ट जमा किए जाने की जानकारी है।
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 9 neet 1720679926](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/11/neet_1720679926.jpg)
40 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट कर रहा सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में NEET-UG में गड़बड़ी को लेकर 40 याचिकाओं लगाई गई हैं। इनमें से 34 याचिकाएं स्टूडेंट्स, टीचर्स और कोचिंग इंस्टीट्यूट्स ने, जबकि 4 याचिकाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने लगाई हैं।
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 10 1720673408](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/11/_1720673408.jpg)
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 11 1720676080](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/11/_1720676080.jpg)
एग्जाम के 8 दिन बाद पेपर लीक की जांच के लिए याचिका दायर हुई
NEET कैंडिडेट शिवांगी मिश्रा ने 13 मई को सुप्रीम कोर्ट में पेपर लीक की जांच करने को लेकर याचिका दायर की। इसके बाद NTA ने तय डेट से 10 दिन पहले 4 जून को ही एग्जाम का रिजल्ट अनाउंस कर दिया।
अब तक 7 राज्यों से हुईं 45 गिरफ्तारियां
देशभर में 4 जून के बाद से NTA के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी हैं। केंद्र सरकार ने 22 जून को NEET केस की जांच CBI को सौंप दी। अब तक पेपर लीक केस की जांच 6 राज्यों तक पहुंच चुकी है। 7 राज्यों से अब तक 42 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। CBI ने अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
CBI ने AIIMS पटना से 3 डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। तीनों डॉक्टर 2021 बैच के स्टूडेंट हैं। CBI ने इनके रूम सील कर लिए हैं। पूरी खबर पढ़ें
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 12 7 3 1721218647](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/17/7-3_1721218647.jpg)
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 13 neet 2024 1 1721218983](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/17/neet-2024-1_1721218983.jpg)
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 14 graphic 4 1720433756](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/08/graphic-4_1720433756.jpg)
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 15 2 1 1720610036](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/10/2-1_1720610036.jpg)
NEET से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें..
2023 में भी लीक हुआ था NEET का पेपर:आरोपी बोला- लेट मिला इसलिए नहीं बांट पाए, 2024 में सक्सेसफुल हुए
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 16 gr 07 july cover1720361914 1720610451](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/10/gr-07-july-cover1720361914_1720610451.gif)
‘NEET 2023 एग्जाम के लिए भी हम लोगों ने कैंडिडेट्स से सेटिंग की थी, लेकिन टाइम से पेपर नहीं मिला।’ बिहार में NEET पेपर लीक के आरोपी नीतीश कुमार ने पुलिस रिमांड के दौरान ये बात कबूली है। आरोपी नीतीश ने ये भी बताया है कि 2023 की गलती से सबक लेते हुए NEET 2024 के पेपर लीक की तैयारी एक साल से चल रही थी। पूरी खबर पढ़ें
NEET में फर्जी अभ्यर्थी बना जोधपुर एम्स का स्टूडेंट सस्पेंड:बिहार पुलिस के नोटिस पर कार्रवाई हुई, डॉक्टर के बेटे की जगह दी थी परीक्षा
![सुप्रीम कोर्ट NTA से बोला- रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड करें:शहर-सेंटर के हिसाब से 20 जुलाई तक जारी किए जाएं; अब सुनवाई 22 जुलाई को 17 gif 051719309266 11720495648 1720610526](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/07/10/gif-051719309266-11720495648_1720610526.gif)
डॉक्टर के बेटे की जगह NEET देने वाले हुक्माराम को जोधपुर एम्स ने सस्पेंड कर दिया है। एम्स ने यह कार्रवाई बिहार के मुजफ्फपुर पुलिस के नोटिस पर की है। वह प्रयागराज (UP) के एक मशहूर डॉक्टर राजेश प्रसाद (RP) पांडे के बेटे राज पांडे की जगह बिहार के सेंटर पर एग्जाम देने बैठा था। पूरी खबर पढ़ें