RR कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर गुरुवार को छात्रों ने विरोध जताया। यहां कॉलेज के स्टूडेंट्स का कहना है कि टर्म टेस्ट व सेमेस्टर में अंक देने में मनमर्जी की जाती है। जिस छात्र के टर्म टेस्ट में अच्छे अंक आते हैं उसके सेमेस्टर में बहुत कम अंक दिए जाते हैं। ऐसा जानबूझकर किया जाता है। अनेक छात्रों के साथ आखिरी सेमेस्टर में हुआ है। जिसके कारण छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है। इसका पुरजोर विरोध जारी रहेगा। ABVP के ईकाई अध्यक्ष विशाल ने बताया कि बीएससी फर्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट आया तो गिनेचुने स्टूडेंट्स को पास कर दिया। कभी रिजल्ट नहीं खुलता है। एक छात्र के टोटल से भी अधिक अंक आ गए। टर्म टेस्ट में 20 में से 20 नंबर आ गए। पांचवें सेमेस्टर में एक-एक दो-दो अंक दिए हैं। इस तरह के रिजल्ट से प्रशासन की मानसिकता सही नहीं लगती है। अभी बीएससी फाइनल का रिजल्ट आया। कई स्टूडेंट्स के आखिरी सेमेस्टर में जीरो तक अंक दे दिए। जबकि टर्म टेस्ट में 15 से 20 अंक आए हैं। प्रशासन हमारी मांगें नहीं मानने तक आंदोलन चलेगा। यजदीप शर्मा ने कहा कि तालाबंदी इसलिए कि है कि फर्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट आया। पहले साइट पर रिजल्ट नहीं खुला। बाद में आए रिजल्ट का भी यही हाल रहा। टर्म टेस्ट में फुल अंक लेकर आने वालों के सेमेस्टर में जानबूझकर कम अंक देते हैं। मतलब मनमर्जी से नंबर देते हैं। रिजल्ट देरी से आने के कारण पीटीईटी के एग्जाम देने में भी दिक्कतें आती हैं। कॉलेज प्रशासन सुनने को तैयार नहीं है। आखिरी सेमेस्टर में तो काफी छात्रों को फेल कर दिया। इसका विरोध खुलकर होगा। जल्दी सुधार नहीं किया तो आर-पार कीलड़ाई लड़ी जाएगी।